- ACB Raid: बिलासपुर में बर्खास्त कांस्टेबल और सहायक लेखाकार के आवास पर ACB का छापा, पढ़िए इनके घरों से क्या-क्या मिला

ACB Raid: बिलासपुर में बर्खास्त कांस्टेबल और सहायक लेखाकार के आवास पर ACB का छापा, पढ़िए इनके घरों से क्या-क्या मिला

बर्खास्त कांस्टेबल ने गांजा के अवैध कारोबार से करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है। अवैध तरीके से कमाए गए पैसों से उसने आभूषण और जमीन खरीदी है। एसीबी ने कांस्टेबल की जमीनों के बारे में जानकारी जुटाई है। इसके अलावा उसने दूसरे जिले में भी जमीन में निवेश किया है। इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। एसीबी ने कहा है कि इस संबंध में आगे की कार्रवाई की जाएगी।

भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने रविवार को प्रदेश के छह जिलों में छापेमारी की। गांजा तस्करी मामले में बर्खास्त जीआरपी के तीन आरक्षक मन्नू प्रजापति, संतोष कुमार राठौर और लक्ष्मण गाइन के बिलासपुर, कोरबा, कोंडागांव और गरियाबंद स्थित ठिकानों और कवर्धा और राजनांदगांव में जनपद पंचायत बोड़ला के सहायक लेखापाल नरेंद्र कुमार राउतकर के ठिकानों पर छापेमारी की गई।

यह भी पढ़िए- एमपी के रहने वाले आईपीएस हर्षवर्धन सिंह अपनी पहली पोस्टिंग के लिए कर्नाटक के हासन जा रहे थे, रास्ते में कार हादसे में उनकी मौत हो गई

 एसीबी रायपुर, बिलासपुर की टीम ने आरक्षकों और सहायक लेखापाल की संपत्ति की जानकारी जुटाई। उनके परिजनों से पूछताछ की गई है। एसीबी की टीम ने रविवार को गांजा तस्करी मामले में बर्खास्त आरक्षक के ठिकानों पर छापेमारी की।

अगर आप देश और दुनिया की ताज़ा ख़बरों और विश्लेषणों से जुड़े रहना चाहते हैं, तो हमारे यूट्यूब चैनल और व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें। 'बेजोड़ रत्ना' आपके लिए सबसे सटीक और बेहतरीन समाचार प्रदान करता है। हमारे यूट्यूब चैनल पर सब्सक्राइब करें और व्हाट्सएप चैनल पर जुड़कर हर खबर सबसे पहले पाएं। लिंक नीचे दिए गए हैं।

इस दौरान एसीबी की टीम ने आरक्षक की संपत्ति के बारे में जानकारी जुटाई। इसके अलावा परिजनों से पूछताछ की गई। इस दौरान बाहर पुलिस का पहरा लगा दिया गया। एसीबी की जांच के दौरान घर में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई।

गांजा तस्करी मामले में पूछताछ

सिरगिट्टी के कंचन विहार में रहने वाला लक्ष्मण गाइन जीआरपी में आरक्षक था। एसीसीयू की टीम ने उसे गांजा तस्करी के मामले में पकड़कर पूछताछ की। पता चला कि आरक्षक अपने तीन अन्य आरक्षक साथियों के साथ मिलकर गांजा तस्करी करता था। इसके अलावा वह ड्यूटी के दौरान जब्त गांजे की तस्करी भी करता था। जांच के बाद एसीसीयू की टीम ने आरक्षक को जीआरपी के हवाले कर दिया।

जांच के बाद बर्खास्त

जीआरपी ने आरक्षक लक्ष्मण गाइन और उसके साथी आरक्षक मन्नू प्रजापति, संतोष कुमार राठौर को जेल भेज दिया। जांच के बाद आरक्षकों को पुलिस विभाग से बर्खास्त कर दिया गया है। इधर, एसीबी ने इनके खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। रविवार की सुबह-सुबह एसीबी की टीम ने बर्खास्त कांस्टेबल लक्ष्मण गाइन के सिरगिट्टी कंचन विहार स्थित घर पर छापा मारा।

यह भी पढ़िए- बांग्लादेश ने 'संदिग्ध यात्रा' का हवाला देते हुए इस्कॉन भक्तों को भारत में प्रवेश करने से रोका

टीम के साथ स्थानीय पुलिसकर्मी भी मौजूद थे। एसीबी ने प्रेस रिलीज जारी कर बताया है कि कांस्टेबल के ठिकाने से जेवरात जब्त किए गए हैं। इसके अलावा जमीन और मकान के दस्तावेज, बैंक अकाउंट और निवेश से जुड़े दस्तावेज जब्त किए गए हैं। हालांकि, कांस्टेबल लक्ष्मण गाइन के ठिकाने से जब्त संपत्ति के बारे में एसीबी ने अलग से जानकारी नहीं दी है।

अगर आप देश और दुनिया की ताज़ा ख़बरों और विश्लेषणों से जुड़े रहना चाहते हैं, तो हमारे यूट्यूब चैनल और व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें। 'बेजोड़ रत्ना' आपके लिए सबसे सटीक और बेहतरीन समाचार प्रदान करता है। हमारे यूट्यूब चैनल पर सब्सक्राइब करें और व्हाट्सएप चैनल पर जुड़कर हर खबर सबसे पहले पाएं। लिंक नीचे दिए गए हैं।

पहले भी मिली थीं शिकायतें

कांस्टेबल लक्ष्मण गाइन के खिलाफ पहले भी पुलिस को शिकायतें मिलती रही हैं। रायपुर पुलिस ने कांस्टेबल लक्ष्मण को ड्रग तस्करी के एक मामले में जेल भेजा था। हालांकि, कोर्ट से वह बरी हो गया था। इसके बाद उसने फिर से नौकरी ज्वाइन कर ली। इसके बाद उसने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर गांजा का धंधा शुरू कर दिया। उसने गांजा सप्लाई करने के लिए दो युवकों को रखा था। दोनों युवक उसके निर्देश पर गांजा सप्लाई करते थे।

Comments About This News :

खबरें और भी हैं...!

वीडियो

देश

इंफ़ोग्राफ़िक

दुनिया

Tag