छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। इस दौरान लोग दहशत में अपने घरों से बाहर निकल आए। बीजापुर जिले के भोपालपटनम, उसूर, आवापल्ली में धरती हिलने के बाद लोग डर के मारे बाहर निकल आए।
तेलंगाना के मुलुगु जिले में बुधवार सुबह करीब साढ़े सात बजे भूकंप आया। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 5.3 रही। छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के जिलों में भी इस भूकंप के झटके महसूस किए गए।
सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा और जगदलपुर में लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए। बीजापुर के भोपालपटनम, उसूर, आवापल्ली समेत पूरे जिले में भूकंप के बाद लोग डर के मारे घरों से बाहर निकल आए। भूकंप के झटकों से खिड़कियां, दरवाजे, टीन शेड बहुत तेजी से हिलने लगे।
बकावंड: स्कूल का गेट शरीर पर गिरने से मासूम छात्र की जांघ की हड्डी टूट गई। गरीब माता-पिता अपने बेटे का अस्पताल में इलाज नहीं करा पा रहे हैं। वहीं बकावंड के विकासखंड शिक्षा अधिकारी शायद अपनी संवेदनशीलता खो चुके हैं। उन्हें एक सप्ताह बाद भी पीड़ित छात्र की सुध लेने की जरूरत तक महसूस नहीं हुई।
मामला बकावंड विकासखंड के ग्राम पंचायत मूली के शासकीय प्राथमिक शाला का है। एक सप्ताह पहले स्कूल का गेट टूटकर गिरने से सातवीं कक्षा के छात्र 12 वर्षीय गुप्तेश्वर कश्यप के दाहिने जांघ की हड्डी टूट गई थी। हादसे के बाद छात्र एक घंटे तक दर्द से कराहता हुआ वहीं पड़ा रहा। उसके बाद मां छात्र को उठाकर घर ले गई। बच्चे को महारानी अस्पताल जगदलपुर ले जाया गया, जहां एक्सरे में हड्डी टूटने की पुष्टि हुई।
प्राथमिक उपचार के बाद बच्चे को उसके गरीब माता-पिता वापस घर ले गए। अब बच्चे का इलाज घर पर ही चल रहा है। छात्र के पिता हलधर कश्यप ने बताया कि स्कूल की छुट्टी होने के बाद 4 बजे गेट बंद करते समय उनके बेटे की जांघ की हड्डी टूट गई। फिलहाल उसका घर पर ही स्थानीय जड़ी-बूटियों से इलाज चल रहा है। हम गरीब लोग हैं और अस्पताल का खर्च नहीं उठा सकते।
स्कूल के प्रधान शिक्षक प्रेमनाथ बघेल ने बताया कि छात्र स्कूल की छुट्टी होने के बाद गेट बंद कर रहा था, तभी गेट टूटकर उसके दाहिने जांघ पर गिर गया। इसके बाद उसे इलाज के लिए महारानी अस्पताल ले जाया गया। प्राथमिक स्कूलों में बच्चों की छुट्टी 3 बजे कर दी जाती है और स्कूल 5 बजे बंद हो जाता है।
बीआरसी सोनसिंह बघेल ने बताया कि उन्होंने छात्र के परिजनों को 500 रुपए दिए हैं और दो दिन तक छात्र का हालचाल जानने के लिए अस्पताल जाते रहे। सहायक शिक्षक कृष्ण कुमार ने बताया कि घटना के समय मैं और प्रधान शिक्षक दोनों ही मौजूद थे। घटना दुखद है।
इन सबके अलावा खंड शिक्षा अधिकारी श्रीनिवास मिश्रा ने बताया कि घटना की रिपोर्ट अभी नहीं आई है सीएससी से रिपोर्ट आने पर जो भी घटना के लिए जिम्मेदार होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।