मध्य प्रदेश विधानसभा के पांच दिवसीय शीतकालीन सत्र के लिए विधायकों ने 888 तारांकित और 878 अतारांकित सहित कुल 1,766 प्रश्न पूछे हैं। सचिवालय को 178 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव, एक स्थगन प्रस्ताव, 14 अशासकीय संकल्प और 47 शून्यकाल प्रस्तावों की सूचनाएं भी प्राप्त हुई हैं।
मध्य प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो गया है। अमरवाड़ा से विधायक कमलेश शाह और बुधनी से विधायक रमाकांत भार्गव के शपथ ग्रहण के साथ विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई।
इस दौरान कांग्रेस विधायकों ने खाद की खाली बोरियां लेकर प्रदर्शन किया। वे किसानों को खाद नहीं मिलने का मुद्दा उठा रहे थे। इसके बाद कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई।
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शीतकालीन सत्र में सरकार जन विश्वास विधेयक पेश करेगी, जिसके जरिए अधिकारियों को छोटे-मोटे मामलों में कोर्ट जाने के बजाय जुर्माना लगाने का अधिकार दिया जाएगा। साथ ही 17 दिसंबर को वर्ष 2024-25 के लिए 15 हजार करोड़ रुपये से अधिक के प्रथम अनुपूरक बजट के साथ नगर निगम एवं नगर पालिका अधिनियम तथा निजी विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक भी पेश किया जाएगा।
कामकाज को सरल बनाने के लिए केंद्र सरकार ने वर्ष 2023 में जन विश्वास विधेयक पेश किया था। इसी तरह मध्य प्रदेश सरकार भी विधेयक पेश करने जा रही है।
इसमें नगरीय विकास, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, ऊर्जा, श्रम, सहकारिता समेत अन्य विभागों के उन अधिनियमों में संशोधन किया जा रहा है, जिनमें दो-तीन महीने की सजा या जुर्माने का प्रावधान है। ऐसे मामलों में समझौता का प्रावधान शामिल किया जा रहा है।
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वहीं नगर निगम, नगर पालिका और नगर परिषद के अध्यक्ष के खिलाफ तीन साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद अविश्वास प्रस्ताव पेश करने और पारित करने के लिए तीन-चौथाई पार्षदों का समर्थन जरूरी होने संबंधी प्रावधान करने के लिए अधिनियम में संशोधन प्रस्तावित किया गया है।
आज से शुरू हुए विधानसभा के शीतकालीन सत्र में सबसे पहले उपचुनाव में निर्वाचित दो विधायकों को शपथ दिलाई गई। लोकसभा चुनाव के दौरान छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक कमलेश शाह ने इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया था।
जुलाई 2024 में उपचुनाव हुए, जिसमें भाजपा प्रत्याशी कमलेश शाह विजयी हुए। तब उन्होंने विधानसभा की सदस्यता नहीं ली थी। अब उन्हें शपथ दिलाई जाएगी। इसी तरह शिवराज सिंह चौहान के विदिशा से सांसद चुने जाने पर बुधनी और रामनिवास रावत के विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने पर विजयपुर में उपचुनाव हुए।