मध्य प्रदेश और राजस्थान के विभिन्न जिलों के किसानों और आम जनता के लिए आज का दिन महत्वपूर्ण है। नदी जोड़ो परियोजना के तहत दोनों राज्यों से गुजरने वाली पार्वती, कालीसिंध और चंबल नदियों को जोड़ा जा रहा है। इससे न केवल सिंचाई के लिए पानी मिलेगा बल्कि पेयजल की समस्या भी दूर होगी।
मध्यप्रदेश और राजस्थान को समृद्ध और किसानों को खुशहाल बनाने वाली पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना के त्रिस्तरीय अनुबंध पर 17 दिसंबर को प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में जयपुर में हस्ताक्षर होंगे। इसके तहत देवास जिले में जिला स्तरीय किसान सम्मेलन टोंकखुर्द के मंडी मैदान में सुबह 10.30 बजे से होगा।
जल संसाधन विभाग की 3612.90 करोड़ रुपए की पार्वती, कालीसिंध, चंबल नदी जोड़ो परियोजना का भूमिपूजन मंगलवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव करेंगे। इसका सीधा प्रसारण उज्जैन समेत प्रदेश भर के जिला मुख्यालयों पर किया जाएगा।
योजना के क्रियान्वयन से उज्जैन के 171 गांवों के किसान लाभान्वित होंगे। इस जानकारी के साथ अन्य जानकारियों को साझा करने के लिए चिमनगंज कृषि उपज मंडी परिसर में सुबह 10 बजे जिला स्तरीय किसान सम्मेलन का आयोजन किया गया है।
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इस परियोजना से मध्य प्रदेश के गुना, शिवपुरी, सीहोर, देवास, राजगढ़, उज्जैन, आगर-मालवा, इंदौर, शाजापुर, मंदसौर और मुरैना के किसानों को सिंचाई और पीने के लिए पर्याप्त पानी की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। इससे किसानों के जीवन में खुशहाली आएगी और उनकी फसलें भी लहलहाएंगी।