इंदौर में मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में छात्र भूख हड़ताल और धरना जारी रखे हुए हैं। सभी अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं, जबकि अधिकारी उन पर धरना खत्म करने का दबाव बना रहे हैं।
मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) के खिलाफ सैकड़ों अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को तीसरे दिन भी अपना धरना और भूख हड़ताल जारी रखा। आयोग ने मांगों पर चर्चा नहीं की, जबकि जिला प्रशासन के अधिकारी दिनभर अभ्यर्थियों पर धरना खत्म करने का दबाव बनाते रहे।
अभ्यर्थियों पर कार्रवाई करने की बात भी कही। इसके बावजूद अभ्यर्थियों ने धरना खत्म करने से साफ इनकार कर दिया। उधर, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इस मुद्दे को विधानसभा में उठाने पर जोर दिया। बुधवार सुबह 10 बजे से ही राष्ट्रीय शिक्षित युवा संघ (नेयु) के बैनर तले सैकड़ों अभ्यर्थी आयोग कार्यालय के सामने धरने पर बैठे हैं।
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60 घंटे से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन आयोग ने परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाएं दिखाने, शत-प्रतिशत परिणाम जारी करने, रिक्त पदों पर तत्काल नियुक्ति करने समेत अन्य मांगों पर कोई आश्वासन नहीं दिया है। शुक्रवार सुबह से ही जिला प्रशासन के अधिकारी अभ्यर्थियों को डराते-धमकाते रहे।
उन्होंने कहा कि अगर धरना समाप्त नहीं किया गया तो कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने एफआईआर की धमकी देने की भी धमकी दी। राधे जाट और अरविंद भदौरिया गुरुवार रात 8 बजे से भूख हड़ताल पर हैं। उन्होंने मांगें पूरी होने तक भूख हड़ताल समाप्त करने से इनकार कर दिया है।
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