छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव पुलिस रेंज की 8वीं बटालियन पंडरी में कांस्टेबल भर्ती को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। ताजा खबर यह है कि भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद राज्य की भाजपा सरकार ने भर्ती प्रक्रिया को रद्द कर दिया है। विपक्ष हमलावर है।
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में होने वाली पुलिस भर्ती प्रक्रिया को रद्द कर दिया गया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश के बाद गृहमंत्री विजय शर्मा ने यह आदेश जारी किया।
यह भर्ती प्रक्रिया शुरू से ही सवालों के घेरे में थी। इसमें भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। इसके बाद भर्ती प्रक्रिया में शामिल कुछ कांस्टेबलों पर जांच बैठाई गई थी। इनमें से एक कांस्टेबल ने हाल ही में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
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शारीरिक दक्षता परीक्षा की हर स्पर्धा जैसे दौड़, ऊंचाई, ऊंची कूद, गोला फेंक के दौरान मीना ने पुलिसकर्मी को आर्थिक प्रलोभन दिया था। सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल चैट मैसेज और गवाहों के बयान के बाद रिश्वत का राज खुला।
पुलिस ने मीना को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की। पूछताछ में उसने अपने परिचित पुलिसकर्मी के जरिए आर्थिक लाभ देने की बात स्वीकार की। बता दें कि मीना को गोला फेंक स्पर्धा में 20 में से 20 अंक मिले थे, जिसके बाद गोला फेंक स्पर्धा की प्रभारी डीएसपी तनुप्रिया को शक हुआ। इसके बाद मैनुअल और सॉफ्टवेयर में जांच की गई। जांच में पता चला कि 11 की जगह 20 अंक दिए गए थे।