सीबीआई प्रवक्ता ने बताया कि मीना के मामले में सीबीआई ने जयपुर, कोलकाता, मुंबई और नई दिल्ली में 20 परिसरों में छापेमारी की, जिसमें कथित तौर पर हवाला के जरिए 55 लाख रुपये भेजे जाने का पता चला। सीबीआई यानी केंद्रीय जांच ब्यूरो ने अपने ही अधिकारी पर शिकंजा कस दिया है।
खबर है कि जांच एजेंसी ने मुंबई में बैंक सुरक्षा और धोखाधड़ी शाखा में तैनात एक उप अधीक्षक (डीएसपी) के खिलाफ उन लोगों से 'अनुचित लाभ' लेने का मामला दर्ज किया है, जिनकी उन्होंने जांच की थी। अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
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अधिकारियों के मुताबिक, सीबीआई द्वारा डीएसपी बीएम मीना के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि वह खातों और हवाला चैनलों के जरिए रिश्वत के पैसे का लेन-देन करने के लिए बिचौलियों की सेवाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं। डीएसपी बीएम मीना पर उनके दायरे में आने वाले विभिन्न व्यक्तियों से अनुचित लाभ लेने का मामला दर्ज किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई भ्रष्टाचार और अन्य कदाचार के प्रति सहनशील नीति अपनाती है और दोषी अधिकारियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करती है। सीबीआई प्रवक्ता ने बताया कि मीना के मामले में सीबीआई ने जयपुर, कोलकाता, मुंबई और नई दिल्ली में 20 परिसरों में छापेमारी की, जिसमें कथित तौर पर हवाला के जरिए 55 लाख रुपये भेजे जाने का पता चला है।
उन्होंने बताया है कि 1.78 करोड़ रुपये और 1.63 करोड़ रुपये के लेन-देन की जानकारी वाले दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं। हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब सीबीआई अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई हो। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया है कि सीबीआई की सिफारिश पर सरकार ने 2023 में सीबीआई की सिफारिश पर केंद्रीय मंत्री की ओर से दिए गए पदक को वापस ले लिया था। दरअसल, राज को कथित तौर पर एजेंसी ने 10 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा था और उसे सेवा से बाहर कर दिया था।