25 नवंबर से शुरू हुआ संसद का शीतकालीन सत्र काफी हंगामेदार रहा। इस सत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष के हंगामे के कारण दोनों सदनों को कई बार स्थगित करना पड़ा। गुरुवार को संसद परिसर में दोनों पार्टियां आपस में भिड़ गईं, जिसमें बीजेपी के दो सांसद घायल भी हो गए। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र आज यानी 20 दिसंबर को खत्म हो रहा है। 25 नवंबर से शुरू हुए इस सत्र में कई चीजें देखने को मिलीं। कभी बयान पर हंगामा हुआ तो कभी सांसदों के बीच हाथापाई हुई। इन 10 बिंदुओं में समझें इस पूरे सत्र को: केंद्र सरकार ने संसद में वन नेशन-वन इलेक्शन से जुड़ा बिल पेश किया। बिल को चर्चा के लिए जेपीसी के पास भेजा गया। जेपीसी के लिए लोकसभा के 21 और राज्यसभा के 12 सदस्य चुने गए।
शीतकालीन सत्र की शुरुआत से ही संसद में सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसद आपस में भिड़ते रहे। ताजा घटनाक्रम में भाजपा ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराया है। उन पर भाजपा के दो सांसदों को धक्का मारकर घायल करने का आरोप है। बदले में कांग्रेस ने भी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और भाजपा सांसदों पर मल्लिकार्जुन खड़गे को घायल करने का आरोप लगाया है।
कांग्रेस ने कहा कि डॉ. अंबेडकर के सम्मान को बचाने की लड़ाई लड़ने की वजह से राहुल गांधी के खिलाफ यह मामला दर्ज कराया गया है। संसद परिसर में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच हुई हाथापाई में भाजपा के दो सांसद घायल हो गए। भाजपा सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। अस्पताल पहुंचकर राजनाथ सिंह ने दोनों से मुलाकात की। डॉ. अंबेडकर पर अमित शाह के बयान को लेकर विपक्ष संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन कर रहा था।
इस दौरान जब विपक्ष ने नारेबाजी करते हुए संसद में घुसने की कोशिश की तो वहां पहले से ही भाजपा सांसद मौजूद थे। दोनों पक्षों के बीच हाथापाई हुई और यह घटना हुई। अमित शाह ने विपक्ष पर उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने वीडियो क्लिप को काटकर वायरल किया है। कांग्रेस ने अमित शाह के इस्तीफे की मांग की है। शाह ने इस्तीफे की मांग को खारिज करते हुए कहा कि इससे कांग्रेस की समस्या का समाधान नहीं होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शाह का बचाव करते हुए कहा कि कांग्रेस अपने कुकृत्यों को छिपाने के लिए झूठ का सहारा ले रही है। कांग्रेस का आरोप है कि अंबेडकर मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए भाजपा ने हिंसा फैलाने की साजिश रची है। वहीं, भाजपा का आरोप है कि विपक्ष संविधान निर्माताओं का अपमान कर रहा है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कड़ी चेतावनी देते हुए संसद भवन के किसी भी गेट पर प्रदर्शन पर रोक लगा दी है।
उन्होंने सांसदों को निर्देश दिया है कि वे संसद भवन के किसी भी गेट को बाधित न करें। शीतकालीन सत्र में कांग्रेस को अपने सहयोगी दलों से भी निराशा हाथ लगी। तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने संसद की कार्यवाही बार-बार स्थगित करने पर आपत्ति जताई। उन्होंने कांग्रेस के अडानी मुद्दे और भाजपा के जॉर्ज सोरोस मुद्दे से भी खुद को अलग कर लिया।
संसद के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन हंगामे के आसार हैं। गुरुवार को हुई घटना के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर मामले की जांच की मांग की है। संभावना है कि संसद में इस मुद्दे पर दोनों पक्ष फिर भिड़ सकते हैं।