देश के सर्वोच्च न्यायालय ने नीट-पीजी परीक्षा प्रक्रिया की पारदर्शिता को लेकर दायर याचिकाओं पर सुनवाई की तारीख तय कर दी है।
नीट पीजी को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। सर्वोच्च न्यायालय ने नीट-पीजी परीक्षा प्रक्रिया की पारदर्शिता, खासकर उत्तर कुंजी जारी करने और मूल्यांकन प्रोटोकॉल को लेकर चिंता जताने वाली याचिकाओं पर आज यानी सोमवार को सुनवाई की तारीख तय की है। देश के सर्वोच्च न्यायालय ने इस मामले पर सुनवाई के लिए 3 अगस्त की तारीख तय की है। न्यायमूर्ति के. विनोद चंद्रन और न्यायमूर्ति एनवी अंजारिया की पीठ ने इन मुद्दों पर याचिकाओं पर संक्षिप्त सुनवाई की।
क्या है मांग?
1.वकील तन्वी दुबे के माध्यम से दायर एक याचिका में मूल्यांकन प्रणाली की अपारदर्शी प्रकृति को चुनौती दी गई है और नीट पीजी परीक्षा आयोजित करने वाले प्राधिकरण, राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड (एनबीई) को कई निर्देश देने की मांग की गई है।
2.याचिका में उम्मीदवारों को प्रश्नपत्र और उत्तर कुंजी जारी करने और मूल्यांकन के अनुसार सही और गलत प्रश्नों का खुलासा करने की मांग की गई है।
3.इसमें अंकों में विसंगतियों के मामलों में पुनर्मूल्यांकन या पुनर्जाँच के लिए निर्देश देने की भी माँग की गई है।
4.याचिका में उम्मीदवारों को विवादित प्रश्नों या उत्तरों को चुनौती देने में सक्षम बनाने और वर्तमान एवं भविष्य की NEET-PG परीक्षाओं के लिए एक पारदर्शी मूल्यांकन प्रणाली स्थापित करने के निर्देश देने की भी माँग की गई है।
5.याचिका में पारदर्शिता की कमी का आरोप लगाया गया है और कहा गया है कि इससे इतनी महत्वपूर्ण परीक्षा की विश्वसनीयता कम हुई है और उम्मीदवारों के अधिकारों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।