दिग्विजय सिंह: कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह की एक सोशल मीडिया पोस्ट ने कांवड़ यात्रा को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है। उन्होंने "एक देश दो कानून" लिखकर धार्मिक भेदभाव पर सवाल उठाए हैं।
सावन का महीना शुरू होते ही देश भर में कांवड़ यात्राएँ निकाली जा रही हैं, लेकिन मध्य प्रदेश में इस यात्रा को लेकर एक नया राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक विवादित तस्वीर शेयर की, जिसमें उन्होंने कांवड़ यात्रा के दौरान पुलिस कार्रवाई और नमाज़ की तुलना की।
दिग्विजय सिंह ने कैप्शन दिया - एक देश, दो कानून
इसके साथ ही उन्होंने लिखा, "एक देश, दो कानून", जिसने सोशल मीडिया पर बवाल मचा दिया। तस्वीर में एक तरफ कांवड़ यात्री सड़क पर लेटे हुए दिखाई दे रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ पुलिसकर्मी नमाज़ पढ़ रहे लोगों को हटाते हुए दिखाई दे रहे हैं। दिग्विजय सिंह की यह पोस्ट सामने आते ही सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। कई लोगों ने इसे तुष्टिकरण की राजनीति करार दिया, तो कई लोगों ने उनके बयान का समर्थन किया।
कांवड़ यात्रा को लेकर पहले भी दे चुके हैं बयान
गौरतलब है कि दिग्विजय सिंह पहले भी कांवड़ यात्रा को लेकर बयान दे चुके हैं। उन्होंने कहा था कि अगर राज्य सरकार कांवड़ यात्रा के लिए सुविधाएँ मुहैया कराती है तो कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन अगर इस यात्रा के बहाने समाज में नफरत फैलाई जाती है, तो यह ठीक नहीं है। उनका यह बयान पहले भी चर्चा में रहा था, लेकिन ताज़ा पोस्ट के बाद राजनीति फिर गरमा गई है।
पोस्ट के वायरल होने के सिर्फ़ 9 घंटे में ही इस पर 270 से ज़्यादा कमेंट आ चुके थे और इसे 127 से ज़्यादा बार री-शेयर किया गया। आलोचकों ने कहा कि कांग्रेस की मौजूदा स्थिति इसी 'वोट बैंक' और 'तुष्टिकरण' की राजनीति के कारण है। वहीं, समर्थकों ने लिखा कि आज के दौर में सच बोलना आसान नहीं है, और धार्मिक असमानता पर सवाल उठाना ज़रूरी है। कुछ लोगों ने यह भी कहा कि यह कट्टरता का दौर है, जहाँ तर्क के लिए कोई जगह नहीं बची है।