पसीने की बदबू शरीर में छिपी बीमारियों का संकेत हो सकती है। तो जानिए विशेषज्ञों की राय और इससे जुड़ी स्वास्थ्य समस्याएं क्या हो सकती हैं।
शरीर की दुर्गंध: स्वास्थ्य चेतावनी: पसीना आना हमारे शरीर की एक सामान्य प्रक्रिया है, जो शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में मदद करती है। लेकिन अगर पसीने से अजीब या तेज़ गंध आ रही है, तो इसका संबंध सिर्फ़ स्वच्छता से ही नहीं, बल्कि किसी बीमारी से भी हो सकता है? तो आइए जानते हैं इस बारे में विशेषज्ञों की क्या राय है।
त्वचा देखभाल विशेषज्ञ डॉ. विजय लक्ष्मी कहती हैं कि पसीने की बदबू कई बार शरीर में अंदरूनी गड़बड़ियों का संकेत देती है। इसे सिर्फ़ डियो या साबुन से नहीं छिपाया जा सकता, बल्कि इसका सही कारण जानना और उसका इलाज करना बेहद ज़रूरी है। तो आइए जानते हैं पसीने की बदबू किन बीमारियों का संकेत हो सकती है।
यह मधुमेह का संकेत हो सकता है
अगर पसीने से मीठी या फलों जैसी गंध आती है, तो यह मधुमेह का संकेत हो सकता है। यह गंध शरीर में रक्त शर्करा के असंतुलन के कारण उत्पन्न होती है। इसे कीटोन ब्रीथ भी कहते हैं, जो शरीर में इंसुलिन की कमी का परिणाम हो सकता है।
लिवर या किडनी की समस्याएँ
अगर पसीने में अमोनिया या पेशाब जैसी तेज़ गंध आती है, तो यह लिवर या किडनी की कार्यप्रणाली में गड़बड़ी का संकेत हो सकता है। जब शरीर अपशिष्ट पदार्थों को ठीक से बाहर नहीं निकाल पाता, तो वे पसीने के माध्यम से बाहर निकल आते हैं, जिससे दुर्गंध आती है।
थायरॉइड असंतुलन और हार्मोनल परिवर्तन
ज़्यादा पसीना आना और उसमें दुर्गंध आना थायरॉइड की समस्या या हार्मोनल परिवर्तनों का भी संकेत हो सकता है। ख़ास तौर पर हाइपरथायरॉइडिज़्म से पीड़ित लोगों को ज़्यादा पसीना आता है, और शरीर में रासायनिक परिवर्तनों के कारण दुर्गंध भी तेज़ हो सकती है।
बैक्टीरियल संक्रमण या फंगल संक्रमण
अक्सर बैक्टीरिया या फंगस पसीने की बदबू के लिए ज़िम्मेदार होते हैं। जब शरीर का पसीना त्वचा पर मौजूद बैक्टीरिया के साथ प्रतिक्रिया करता है, तो दुर्गंध पैदा होती है। अगर यह दुर्गंध सामान्य से ज़्यादा हो और लंबे समय तक बनी रहे, तो यह त्वचा संक्रमण का लक्षण हो सकता है।
इसका समाधान क्या है?
1.नियमित रूप से नहाएँ और साफ़-सफ़ाई बनाए रखें।
2.संतुलित आहार और भरपूर पानी पीना ज़रूरी है।
3.डियो या परफ्यूम से गंध छिपाने के बजाय, कारण का पता लगाएँ।
4.अगर पसीने की गंध असामान्य है, तो डॉक्टर से जाँच करवाएँ।
5.तनाव कम करने के लिए योग या ध्यान का अभ्यास करें।