जहानाबाद में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के भीतर गहरा आक्रोश पनप रहा है। टिकट वितरण प्रक्रिया शुरू होने से ठीक पहले, जहानाबाद की सड़कों पर राजद कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा।
बिहार में सत्ता हासिल करने का सपना देख रहे विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव को जहानाबाद से कड़ी चुनौती मिलती दिख रही है। जहानाबाद में राष्ट्रीय जनता दल के भीतर गहरा आक्रोश पनप रहा है, और यह आक्रोश किसी और के नहीं, बल्कि स्थानीय विधायक सुदय यादव के खिलाफ है। टिकट वितरण प्रक्रिया शुरू होने से ठीक पहले, जहानाबाद की सड़कों पर राजद कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा। बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर प्रदर्शन किया और साफ कह दिया कि वे अब किसी भी हालत में सुदय यादव का समर्थन नहीं करेंगे।
"तेजस्वी से कोई दुश्मनी नहीं, सुदय तुम मुसीबत में हो"
आक्रोशित कार्यकर्ता बैनर-पोस्टर लेकर सड़कों पर उतर आए और नारे लगाने लगे। इसके बाद सैकड़ों कार्यकर्ता पटना के लिए रवाना हो गए। "तेजस्वी से कोई दुश्मनी नहीं, सुदय, तुम मुसीबत में हो" जैसे नारों के ज़रिए उन्होंने साफ़ संदेश देने की कोशिश की कि पार्टी नेतृत्व से उनका कोई विरोध नहीं है, बल्कि वे अपने विधायक से बेहद असंतुष्ट हैं।
कार्यकर्ताओं ने राजद विधायक पर क्या आरोप लगाए?
स्थानीय कार्यकर्ता मांग कर रहे हैं कि पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में सुदय यादव को टिकट न दे, बल्कि किसी स्थानीय, ज़मीनी कार्यकर्ता को दे। उनका आरोप है कि विधायक के कार्यकाल में विकास कार्य ठप हो गए हैं और उनका जनाधार लगातार कमज़ोर होता गया है। प्रदर्शनकारियों ने यह भी घोषणा की है कि अब वे अपना विरोध राजधानी पटना तक ले जाएँगे, जहाँ वे सीधे पार्टी नेतृत्व से मिलेंगे और सुदय यादव के टिकट पर पुनर्विचार की माँग करेंगे।
राजद नेतृत्व के लिए संकट
गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब सुदय यादव के खिलाफ आवाज़ उठाई गई हो। जब तेजस्वी यादव ने जहानाबाद से अपनी बिहार अधिकार यात्रा शुरू की थी, तब स्थानीय राजद कार्यकर्ताओं ने मंच पर विरोध प्रदर्शन किया था। उस समय असंतोष के स्वर खुलकर सुनाई दिए थे, और अब ये तेज़ हो गए हैं। हालांकि, जहानाबाद के हालात ने राजद नेतृत्व के लिए खतरे की घंटी बजा दी है। तेजस्वी यादव भले ही पूरे राज्य में खुद को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बता रहे हों, लेकिन पार्टी में इस तरह की फूट उनकी रणनीति को कमजोर कर सकती है।