प्रधानमंत्री मोदी ने चार दिवसीय छठ पर्व की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि नहाय-खाय से शुरू होने वाला यह पर्व आस्था, भक्ति और सामाजिक समरसता का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश भर के श्रद्धालुओं को चार दिवसीय छठ पर्व की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि यह पर्व नहाय-खाय के पवित्र अनुष्ठान से शुरू होता है और सभी श्रद्धालुओं को अपना प्रणाम और सम्मान व्यक्त किया।
छठ पर्व के महत्व पर प्रकाश डालते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह पर्व सादगी और संयम का प्रतीक है। छठ घाटों पर दिखने वाले दृश्य पारिवारिक और सामाजिक समरसता की प्रेरणा देते हैं। उन्होंने बताया कि छठ पूजा की प्राचीन परंपरा का हमारे समाज पर गहरा प्रभाव पड़ा है और आज यह दुनिया के हर कोने में एक भव्य सांस्कृतिक पर्व के रूप में मनाया जाता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह महत्वपूर्ण बयान दिया
अपने संदेश में, प्रधानमंत्री मोदी ने कामना की कि छठी मैया सभी पर कृपा करें। उन्होंने कहा कि छठ पर्व आस्था, आराधना और प्रकृति प्रेम का अनूठा संगम है। इसमें डूबते और उगते सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित किया जाता है और अर्घ्य में प्रकृति के विविध रंग शामिल होते हैं। छठ पूजा के गीत और धुनें भक्ति और प्रकृति की अद्भुत छवि प्रस्तुत करती हैं।
लोक गायिका शारदा सिन्हा को याद करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "मैं सौभाग्यशाली हूँ कि कल ही मुझे बेगूसराय आने का अवसर मिला। बिहार कोकिला शारदा सिन्हा जी का बेगूसराय से गहरा नाता है। शारदा सिन्हा जी और बिहार के कई लोक कलाकारों ने अपने गीतों के माध्यम से छठ पर्व में एक अनोखा एहसास भर दिया है।"