पीएम मोदी ने कहा कि लखनऊ जीवंत संस्कृति का पर्याय है। यूनेस्को ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ को 'क्रिएटिव सिटी ऑफ गैस्ट्रोनॉमी' की सूची में शामिल किया है। उन्होंने दुनिया भर के लोगों से लखनऊ आने और इस शहर की खासियत जानने की अपील की। लखनऊ को उसकी पाक कला के कारण 'क्रिएटिव सिटी ऑफ गैस्ट्रोनॉमी' घोषित किया गया है।
यूनेस्को ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ को 'क्रिएटिव सिटी ऑफ गैस्ट्रोनॉमी' की सूची में शामिल किया है। इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को दुनिया भर के लोगों से लखनऊ आने और इस शहर की खासियत जानने की अपील की। मोदी ने कहा कि लखनऊ जीवंत संस्कृति का पर्याय है, जिसके मूल में एक अद्भुत पाक संस्कृति है। प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर लिखा, "मुझे खुशी है कि यूनेस्को ने लखनऊ की इस (पाक कला) कला को मान्यता दी है और मैं दुनिया भर के लोगों से लखनऊ आने और इसकी विशिष्टता को जानने का आग्रह करता हूँ।"
केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की एक पोस्ट को साझा करते हुए, प्रधानमंत्री ने लिखा कि संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) द्वारा लखनऊ को 'रचनात्मक पाककला शहर' का दर्जा दिया जाना "इसकी अनूठी पाककला विरासत और भारत की समृद्ध पाककला परंपराओं में इसके अमूल्य योगदान की मान्यता है।" मंत्री ने कहा कि यह सम्मान लखनऊ के वैश्विक कद को बढ़ाता है और इसे स्वाद एवं संस्कृति के लिए एक अग्रणी गंतव्य के रूप में स्थापित करता है।
31 अक्टूबर को की गई घोषणा
31 अक्टूबर को, संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) की महानिदेशक ऑड्रे अज़ोले ने यूनेस्को क्रिएटिव सिटीज़ नेटवर्क (यूसीसीएन) में लखनऊ सहित 58 नए शहरों को शामिल करने की घोषणा की। यूसीसीएन में अब 100 से अधिक देशों के 408 शहर शामिल हैं। अज़ोले ने कहा कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ को "पाक कला" श्रेणी में मान्यता दी गई है। यह सम्मान लखनऊ की पाककला विरासत की वैश्विक मान्यता का प्रतीक है। यह सम्मान उस शहर को दिया जाता है जो अपनी खाद्य परंपराओं, सांस्कृतिक विविधता और नवाचार से दुनिया को प्रेरित करता है। यह घोषणा विश्व शहर दिवस के अवसर पर उज़्बेकिस्तान के समरकंद में आयोजित 43वीं यूनेस्को महासभा में की गई।