नई दिल्ली । डूसू चुनाव को लेकर मतदान से 24 घंटे पहले प्रचार थम जाएगा। ऐसे में छात्र संगठनों ने प्रचार में पूरी ताकत लगा दी। उत्तरी, दक्षिणी परिसर, पश्चिमी, पूर्वी और बाहरी दिल्ली में स्थित कॉलेजों में दिनभर नारे गूंजते रहे। छात्र संगठनों के कार्यकर्ता प्रत्याशियों के बैलेट नंबर पुकार कर उनके पक्ष में मतदान करने की अपील करते दिखे। एबीवीपी के प्रत्याशियों ने रामजस, श्री राम कालेज ऑफ कामर्स, शहीद भगत सिंह, कालेज आफ वोकेशनल स्टडीज, अरबिंदो कालेज आदि में जाकर अपने मुद्दे रखे।

इस दौरान प्रत्याशियों को डीयू की छात्राओं ने रक्षा सूत्र बांधा और डीयू को महिलाओं के लिए नए अवसरों का केंद्र बनाने में एबीवीपी के प्रयासों की सराहना की। एबीवीपी के अध्यक्ष पद प्रत्याशी तुषार डेढ़ा ने कहा, एबीवीपी विद्यार्थियों के समग्र और सर्वांगीण विकास के लिए चुनाव लड़ रही है। एक पाठ्यक्रम-एक शुल्क, तनावमुक्त डीयू बनाने के लिए माइंडफुलनेस सेंटर, महिला संबंधी समस्याओं का निवारण हमारी प्राथमिकता रहेगी। एबीवीपी के उपाध्यक्ष पद प्रत्याशी सुशांत धनकड़, सचिव प्रत्याशी अपराजिता और संयुक्त सचिव पद प्रत्याशी सचिन बैसला ने समर्थन मांगा। 22 सितंबर को दो पालियों में मतदान होगा। पहले सुबह 8.30 से दोपहर एक बजे तक और फिर दिन में तीन बजे से रात 7.30 बजे तक मतदान किया जाएगा।
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डूसू पदाधिकारियों का चुनाव ईवीएम मशीन के जरिये होगा। कालेजों के पदाधिकारियों का चुनाव बैलेट पेपर के जरिये होगा। हर कालेज में ईवीएम और बैलेट पेपर के लिए अलग-अलग बूथ बनाने को बोला गया है। छात्र पहले ईवीएम के जरिये डूसू प्रतिनिधियों के लिए मतदान करेंगे और इसके बाद कालेज के प्रत्याशी चुनेंगे। कालेजों में छात्र संख्या के लिहाज से बूथ बनाए जाएंगे। किरोड़ीमल कालेज के प्राचार्य प्रो. दिनेश खट्टर ने बताया कि उनके यहां पांच हजार से अधिक छात्र हैं। पांच बूथ बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, नवीन प्रवेश लेने वाले छात्रों के परिचय पत्र बनाने का कार्य चल रहा है। चुनाव अधिकारी प्रो. चंद्रशेखर ने कहा, एक लाख से अधिक छात्र वोट करेंगे। 23 सितंबर को मतगणना होगी। मतगणना डीयू के कांफ्रेंस सेंटर में होगी। डीयू की प्रॉक्टर प्रो. रजनी अब्बी ने कहा, चुनाव में 500 के लगभग ईवीएम का इस्तेमाल होगा।