-चुप रहने के लिए परिवार को लगातार मिल रही थी धमकी
ओटावा । खालिस्तानी समर्थक अन्य देशों में भी अपना खौफ पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। इस बार उन्होंने ब्रिटेन के एक सिख परिवार को निशाना बनाया है। जानकारी के अनुसार ब्रिटेन में एक सिख रेस्तरां मालिक ने दावा किया कि खालिस्तान समर्थकों ने उसकी कार पर गोली चलाई। मई से ही उनके परिवार को सोशल मीडिया के जरिए धमकियों का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार सुबह भारतीय मूल के सिख हरमन सिंह की दोनों कारों के सामने लाल रंग छिड़क दिया गया था।

उन्होंने कहा कि इस कृत्य के पीछे खालिस्तान समर्थकों का हाथ है। हरमन ने खुद एक वीडियो जारी कर सारी घटना बताते हुए कहा कि वो खालिस्तान के खिलाफ हैं, लेकिन उनका मुंह बंद करवाने का प्रयास किया जा रहा है। हरमन सोशल मीडिया पर खालिस्तान के खिलाफ खुलकर बात रखते हैं, लेकिन अब उन्हें धमकियों का सामना करना पड़ रहा है। हरमन ने बताया कि वह इंग्लैंड में खालिस्तान के खिलाफ बोलते हैं, लेकिन यह मुझे चुप रहने के लिए कहते हैं। उन्होंने कहा कि कल रात को बदमाश मेरे घर के बाहर आए और खतरे के रूप में खून का प्रतीक लाल रंग फेंक दिया। बाद में उन्होंने मेरी कार की विंडस्क्रीन पर गोली चलाई। पिछले आठ महीनों में खालिस्तानियों ने मुझ पर चार बार हमला किया है।

हरमन सिंह ने दावा किया कि खालिस्तान विरोधी सोशल मीडिया पोस्ट के बाद से उन्हें हजारों जान से मारने की धमकियां मिली हैं। खालिस्तान समर्थकों ने उनकी पत्नी और बेटी का रेप करने की भी धमकियां दी हैं। उन्होंने मेरे बच्चों के स्कूल का पता भी बता दिया, लेकिन पुलिस इन घटनाओं पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। गौरतलब है कि मई में हरमन ने खालिस्तान आंदोलन की आलोचना करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टिकटॉक पर एक वीडियो पोस्ट किया था। हरमन की वीडियो तब काफी वायरल हुई थी, लेकिन खालिस्तानी समर्थक उनकी जान के पीछे पड़ गए। हरमन ने बताया कि वीडियो पोस्ट करने के बाद, मुझे दो दिनों में इसके लिए दो मिलियन व्यूज मिले।
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उसने कहा कि मुझे वीडियो हटाने के लिए फोन आने लगे। मुझे धमकियां मिल रही हैं कि वीडियो को हटाया जाए, नहीं तो वे मुझे और मेरे परिवार को मार डालेंगे। मुझे आश्चर्य हुआ। जो मुझे इस तरह धमकी दे सकता है क्योंकि मैं यूके में हूं। हालांकि, पांच लोग आए और मेरे रेस्तरां पर हमला कर दिया। उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस उनके परिवार को धमकियां देने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। ऐसे में सवाल उठता है कि कानून व्यवस्था के लिए गंभीर खतरा पैदा करने वाले इन खालिस्तानी चरमपंथियों के खिलाफ लंदन की पुलिस कब कार्रवाई करेगी। आखिर ब्रिटेन सरकार आतंकवाद के इतिहास वाली चरमपंथी विचारधारा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई क्यों नहीं कर रही।