नई दिल्ली । श्रद्धा हत्याकांड के एक साल पूरे हो चुके हैं। आफताब ने वारदात कबूल कर ली, पूरी कहानी बता दिया। बावजूद इसके अभी भी कई ऐसे सवाल हैं, जिनके जवाब मिलने बाकी हैं। दरअसल इस पूरी कहानी की कड़ियों को जोड़ने वाले सबूत अब तक पुलिस के हाथ नहीं लगे। जबकि इसके लिए पुलिस ने आफताब का नार्को और पॉलीग्राफी भी करा लिया। पूरा साल बीत गया, लेकिन प्यार के कत्ल की कहानी श्रद्धा हत्याकांड आज भी एक पहेली है।
ऐसी पहेली, जिसका पूरा किस्सा चलचित्र की तरह नजरों के सामने है। खुद हत्यारे ने पुलिस के सामने वारदात को कबूल भी कर लिया, लेकिन पुलिस के पास सबूत आधे अधूरे हैं। जिसकी वजह से अब तक वारदात की सभी कड़ियां जुड़ नहीं पायी हैं। नतीजा यह कि आज भी हरेक व्यक्ति के मन में वही सवाल है कि आखिर इतना प्यार करने वाला कोई व्यक्ति इस कदर हैवान कैसे बन सकता है।
मुंबई से लापता हुई श्रद्धा वालकर की हत्या दिल्ली के महरौली में पिछले साल 18 मई को हुई थी। उसके शव के 35 टुकड़े किए गए थे और अलग अलग स्थानों पर फेंक दिया गया। मामले का खुलासा आठ महीने बाद नवंबर में हुआ। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने हत्यारोपी और श्रद्धा के लिव इन पार्टनर आफताब को अरेस्ट भी कर लिया। पुलिस की पूछताछ में आफताब ने इस जघन्य हत्याकांड की पूरी कहानी बता दी, लेकिन सबूत किसी का नहीं दिया। पुलिस ने उसका पॉलीग्राफी और नाको टेस्ट तक करा लिया। बावजूद इसके, सबूतों के अभाव में कई ऐसे सवाल हैं जिनके अब तक जवाब नहीं मिल सके। आइए, आज हम साल के आखिर में फिर उन्हीं सवालों की पड़ताल करने की कोशिश करते हैं।