इन्दौर । संसार में कई झंझते है मनुष्य जीवन में लेकिन जिन पर हरि की अति कृपा होती है वे ही राम कथा श्रवण कर पाते हैं। राम कथा वही अमृत है जो स्वर्ग के अमृत से भी बढक़र है। स्वर्ग काद्द अमृत कांच के टुकड़े के सम्मान है तो राम कथा बहुमूल्य हीरे के समान है। हरि कथा अमृत जीवन को दिव्यता प्रदान करती है। यह बात हरिधाम में 20 से 26 दिसंबर तक आयोजित श्रीराम शौर्य कथा व महापुरुषों की गाथा के प्रथम दिन प्रयागराज से पधारे कथा वक्ता संत श्री शांतनु महाराज ने राम कथा की महिमा बताते हुए उपस्थित श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए कही।
श्रीराम शौर्य कथा समिति संयोजक गोपाल गोयल, संतोष सिंह एवं मयूरेश पिंगले ने बताया कि इसके पूर्व शांतनु महाराज ने दीप प्रजवलित कर कथा का शुभारम्भ किया। हरिधाम के महंत शुकदेवदास महाराज सहित मुकेश ब्रजवासी, सुधीर अग्रवाल, डॉक्टर सुरेश चोपड़ा, राहुल धनोतिया, प्रहलाद गर्ग, निर्मल बैस आदि ने व्यास पीठ का पूजन कर कथाकार शांतनु महाराज का सम्मान किया। साकेतवासी श्रीश्री 1008 अनंतश्री विभूषित महंत घनश्याम दास महाराज की सद्प्रेरणा एवं श्रीश्री 1008 महंत शुकदेवदास महाराज ने बताया की हरिधाम प्रांगण में राम शौर्य कथा का वाचन प्रतिदिन दोपहर में 1 से 5 बजे तक होगा।