- करीब महीने भर से मंत्री पद को लेकर आतुर विधायकों को- भजन पर भरोसा

करीब महीने भर से मंत्री पद को लेकर आतुर विधायकों को- भजन पर भरोसा


-मंत्रिमंडल गठन नहीं होने से अटके जनता के काम : कांग्रेस 


जयपुर । मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में मंत्रिमंडल के गठन के बाद राजस्थान में पार्टी के नेता मंत्री पद की शपथ लेने को आतुर हैं लेकिन 25 दिन बाद भी उन्हें पार्टी की ओर से कोई संदेश नहीं मिला है। विधानसभा चुनाव परिणाम जारी होने के बाद भाजपा के कई वरिष्ठ विधायक काफी उत्साहित थे। बड़े जोश से नेताओं से मिलते रहे और लॉबिंग में जुटे लेकिन अब उन्हें यह एहसास हो गया है कि लॉबिंग का कोई फायदा मिलने वाला नहीं है। जो विधायक अपनी पसंद के नेता को मुख्यमंत्री बनाने की पैरवी कर रहे थे। अब वे सब चुप हैं। मंत्रिमंडल के गठन पर सबके होठ सिले हुए से हैं। कोई कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। सब यही कह रहे हैं कि जो होगा, अच्छा ही होगा।

Rajasthan Bhajan Lal Sharma Cabinet Expansion Obc And St Face Will Consider  Ann | राजस्थान में भजनलाल सरकार में वरिष्ठ नेताओं को मंत्री बनाये जाने पर  'मंथन', ओबीसी और एसटी को ...

 

पिछले कई दिनों वे आज कल आज कल का इंतजार कर रहे हैं। अब कई नेताओं की उम्मीदें टूटती जा रही है। जिस तरह से भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने मुख्यमंत्री का चयन किया। यदि उसी तर्ज पर मंत्रिमंडल का गठन हुआ तो पार्टी के कई वरिष्ठ विधायकों के सपने टूट सकते हैं। मामले में अधिकतर विधायक अब यही कह रहे हैं कि भजन है तो भरोसा है। अब वे सिर्फ अपने इष्ट देव को याद करते हुए भगवान भरोसे बैठे हैं। इसके अलावा कोई चारा भी नहीं है। मंत्रिमंडल में कौन शामिल होगा और कौन नहीं? इसका फैसला सिर्फ केंद्रीय नेतृत्व करेगा। राजस्थान के नेताओं को भी अभी तक नहीं पता कि मंत्रिमंडल में कौन कौन से चेहरे शामिल हो सकते हैं।

Rajasthan Bhajan Lal Sharma Cabinet Expansion Obc And St Face Will Consider  Ann | राजस्थान में भजनलाल सरकार में वरिष्ठ नेताओं को मंत्री बनाये जाने पर  'मंथन', ओबीसी और एसटी को ...

 

राजस्थान में भाजपा को बहुमत मिलने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के आवास पर काफी हलचल रही। बताया जा रहा है कि करीब 40 से ज्यादा विधायक राजे के बंगले पर पहुंचे थे। बताया जा रहा था कि मुख्यमंत्री पद के लिए यह राजे का शक्ति प्रदर्शन था। कुछ विधायकों ने को कह भी दिया था कि राजे को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए। केंद्रीय नेतृत्व ने जब मुख्यमंत्री के तौर पर भजनलाल शर्मा का नाम तय किया तो सभी विधायक चुप हो गए। राजे को मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने के बाद राजे गुट के विधायकों को राजे के साथ रहने से कोई उम्मीद नहीं है। ऐसे में 12 दिसंबर के बाद से राजे के आवास पर किसी तरह की हलचल नजर नहीं हुई। 12 दिसंबर को पार्टी हाईकमान ने भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाए जाने का ऐलान किया था।

ये भी जानिए...........

Rajasthan Bhajan Lal Sharma Cabinet Expansion Obc And St Face Will Consider  Ann | राजस्थान में भजनलाल सरकार में वरिष्ठ नेताओं को मंत्री बनाये जाने पर  'मंथन', ओबीसी और एसटी को ...

- मेरे पाकिस्तान जाने से है शुभचिन्तकों को दिक्कत : अंजू

नई सरकार के गठन के बाद लंबे समय तक मंत्रिमंडल का गठन नहीं होने पर कांग्रेस के नेताओं ने सवाल उठाए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और प्रताप सिंह खाचरियावास ने भाजपा के नेताओं पर सवाल उठाए है। कहा जा रहा है कि राजस्थान में पहली बार ऐसा हुआ है जब 25 दिन तक मंत्रिमंडल तय नहीं हो सका। मंत्रिमंडल तय नहीं होने पर पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा अपने स्तर कोई भी फैसला लेने में सक्षम नहीं है। वे सिर्फ दिल्ली से मिलने वाले आदेशों का पालन करने लगे हैं। पायलट ने कहा कि मंत्रिमंडल का गठन नहीं होने से जनता के काम अटके हुए हैं।

Rajasthan Bhajan Lal Sharma Cabinet Expansion Obc And St Face Will Consider  Ann | राजस्थान में भजनलाल सरकार में वरिष्ठ नेताओं को मंत्री बनाये जाने पर  'मंथन', ओबीसी और एसटी को ...

Comments About This News :

खबरें और भी हैं...!

वीडियो

देश

इंफ़ोग्राफ़िक

दुनिया

Tag