भोपाल । 10 किलो वाट से अधिक बिजली का उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं से, 15 फ़ीसदी वृद्धि करने का प्रस्ताव कंपनियों ने नियामक आयोग को प्रस्तुत किया है। उद्योग, कार्यालयों और छोटे कामर्शियल उपभोक्ताओं को 15 फ़ीसदी ज़्यादा टैरिफ चुकाना पड़ सकता है। 10 किलोवाट से ज्यादा बिजली उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं के लिए बैक डोर से बिजली महंगी करने की तैयारी बिजली कंपनियों ने की है।
बिजली खपत की गणना करने के लिए केवीए फार्मूला लागू करने की बात कही जा रही है। नया फार्मूला लागू होने से फैक्टर इंसेंटिव सिस्टम खत्म हो जाएगा। बिजली खपत की गणना यदि किलो वाट के अनुसार होती है। तो वह गणना अलग होती है। किलोवाट के स्थान पर यदि केवीए के मान से गणना की जाएगी, तो बिजली बिलों की राशि 15 फ़ीसदी तक बढ़ जाएगी। 110 किलो वाट का 125 केवीए होता है। बिजली कंपनियों ने अब गणना केवीए के अनुसार करने का प्रस्ताव दिया है।
वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए विद्युत नियामक आयोग के सामने जो याचिका बिजली कंपनियों ने दायर की है। उसमें बिजली खपत की गणना केवीए के अनुसार करने का प्रस्ताव किया गया है। इसी तरह रात 10:00 बजे से लेकर सुबह 6:00 बजे तक के लिए बिजली के इस्तेमाल पर,जो 20 फ़ीसदी की अभी छूट मिलती थी। अब उसको समाप्त करने का प्रस्ताव किया है। इसमें ज्यादा बिजली का उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं के ऊपर भार काफी बढ़ जाएगा।