पटना । बिहार में रणजी के एलिट ग्रुप के मुकाबले खेले जा रहे हैं। इसमें बिहार की 15 सदस्यीय टीम में एक ऐसा भी खिलाड़ी है जिसने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। हम बात कर रहे हैं मुजफ्फरपुर जिले के तेज गेंदबाज रवि शंकर की। रवि का चयन बिहार की 15 सदस्यीय रणजी टीम में हुआ है। इस क्रिकेटर को अभी तक अंतिम ग्याहर में खेलने का अवसर नहीं मिला है। रवि को भुवनेश्वर कुमार की गेंदबाजी पसंद है।
उन्होंने भुवनेश्वर के साथ अभ्यास भी किया है। वह उन्हें अपना आदर्श भी मानते हैं। भुवनेश्वर की तरह रवि भी अपने डेब्यू की पहली गेंद पर ही विकेट लेना चाहते है। रवि की विशेषता ये है कि वह लगातार एक ही लेंथ पर गेंदबाजी कर सकते हैं। रवि के पिता दिलीप कुमार सिंह एक व्यवसाई हैं। रवि को बचपन से ही क्रिकेट का जुनून था। उसने पहली बार में ही स्कूल की तरफ से हुए एक टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया था। इसके बाद उसके खेलने का सिलसिला बढ़त गया। बारहवीं करने के बाद इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान भी उसने क्रिकेट खेलना जारी रखा।
इसी दौरान रवि ने तय किया कि अब वह पूरा जीवन क्रिक्रेट ही खेलेंगे। ऐसे में इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद वापस पटना आ गए और यहीं क्रिकेट एकेडमी में प्रशिक्षण लेने लगे। इस दौरान की मेहनत का उन्हें लाभ मिला और गत वर्ष विजय हजारे ट्रॉफी के लिए उन्हें टीम में जगह मिली। इसमें भी शानदार प्रर्दशन के बाद उन्हें रणजी टीम में जगह मिली। रवि को भुवनेश्वर कुमार की गेंदबाजी पसंद है। उन्होंने भुवनेश्वर के साथ अभ्यास भी किया है। वह उन्हें अपना आदर्श भी मानते हैं। भुवनेश्वर की तरह रवि भी अपने डेब्यू की पहली गेंद पर ही विकेट लेना चाहते है। रवि की विशेषता ये है कि वह लगातार एक हीलेंथ पर गेंदबाजी कर सकते हैं।