वैलिड पॉल्यूशन सर्टिफिकेट न होने पर पीयूसी चालान भी काटेगा
भोपाल। परिवहन विभाग सडक़ सुरक्षा और सुरक्षित परिवहन के लिए नए साल में नए प्रयोगों की तैयारी में है। राज्य में ड्राइविंग टेस्ट के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी एआई का सहारा लिया जाएगा। इसके साथ ही एआई से लैस कैमरा वैलिड पॉल्यूशन सर्टिफिकेट न होने पर पीयूसी चालान भी काटेगा। राज्य में जल्द ही आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तकनीक के जरिए ड्राइविंग टेस्ट लिए जाने की तैयारी हो रही है। सडक़ सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए एआई टेस्ट लिया जाएगा। ऑटोमैटिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक लाइसेंस के लिए जरूरी 24 पाइंट्स में से कम से कम सात का मूल्यांकन एआइ के जरिए होगा।
एआई पावर्ड कैमरे वाहन के नंबर प्लेट को कैप्चर्ड करके अपने डेटाबेस में चेक करेंगे। यदि कोई वाहन बिना वैध पीयूसी के कैप्चर्ड किया जाता है तो वाहन मालिक को ऑटोमेटिक मैसेज चला जाएगा। और उसका चालान कट जाएगा। इससे प्रदूषण से निजात मिलेगी। अपर आयुक्त परिवहन अरविंद सक्सेना का कहना है कि एआई के साथ ड्राइविंग टेस्ट शुरू होने पर टेस्ट प्रक्रिया पूरी तरह से ऑटोमैटिक हो जाएगी। जिससे गड़बड़ी की आशंका खत्म हो जाएगी। सिर्फ ऐसे ही लोगों को लाइसेंस मिलेगा जो सुरक्षित तरीके से वाहन को चलाएंगे। राजमार्ग पर सडक़ दुर्घटनाओं को रोकने के लिए नवीनतम सुरक्षा मापदंड अपनाए जा रहे हैं। इसके तहत निर्माता एजेंसियों को लगातार सुझाव दिए जा रहे हैं।
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इन प्रमुख रास्तों पर इस्तेमाल
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी एआई का जिन रास्तों पर इस्तेमाल होगा वे भोपाल से औबेदुल्लागंज, रायसेन, बरेली, नरसिंहपुर, जबलपुर, कटनी, रीवा, सतना के रास्ते प्रयागराज के साथ ही इंदौर से हैदराबाद तक बड़वाह, बुरहानपुर, महाराष्ट्र के अकोला, वाशिम तेलंगाना तक, मध्य प्रदेश के पूर्वी छोर अमरकंटक को डिंडोरी, जबलपुर, नर्मदापुरम और भोपाल शामिल हैं।