Bhopal News: मध्य प्रदेश के चर्चित IAS नियाज खान ब्राह्मण द ग्रेट बुक लिखकर चर्चा में आए थे. अब उनकी किताब 'कलयुग का युद्ध' का पार्ट-2 आया है. जो विवादों से घिरा हुआ है.
इस उपन्यास में उन्होंने सनातन धर्म का मुद्दा उठाया है. कॉन्सेप्ट में उन्होंने देश में सनातनपति की जरूरत बताई है. उन्होंने अपने उपन्यास में सनातन राष्ट्र का समर्थन भी किया है. नियाज ने लिखा है कि सनातन राष्ट्र में ब्राह्मण शिक्षा और पूजा का काम करेंगे. वे राष्ट्र के मार्गदर्शक होंगे. उन्हें सनातन पति नाम दिया गया है.
IAS नियाज खान ने सनातन पति को धर्म का केंद्र बिंदु बताया है, जो प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और सुप्रीम कोर्ट के सलाहकार होंगे. उन्होंने लिखा है कि संसद के कानून भी सनातन पति से सलाह मशविरा करके ही बनाए जाएंगे. राष्ट्र में विकास शब्द पर रोक लगेगी। जीवन को प्रकृति के करीब लाया जाएगा।
आईएएस नियाज खान ने अपने उपन्यास में लिखा है कि लोकतंत्र गोरों की देन है, इसलिए भारत में लोकतंत्र और धर्म को मिलाकर धार्मिक व्यवस्था बनाई जाएगी। ब्राह्मण विशेष नागरिक होंगे। सभी ब्राह्मणों को धोती, लकड़ी की चप्पल और जनेऊ पहनना अनिवार्य होगा। उन्हें अपने सिर पर सिख भी धारण करना होगा। पेड़ काटने वालों को जेल की सजा होगी। शंकराचार्य अपने क्षेत्र के वन के मुखिया होंगे।
भोपाल। मध्य प्रदेश के चर्चित आईएएस नियाज खान ब्राह्मण द ग्रेट बुक लिखकर चर्चा में आए थे। अब उनकी किताब 'कलियुग का युद्ध' का पार्ट-2 आया है। जो विवादों में घिर गई है। इस उपन्यास में उन्होंने सनातन धर्म का मुद्दा उठाया है। कॉन्सेप्ट में उन्होंने देश में सनातनपति की जरूरत बताई है। उन्होंने अपने उपन्यास में सनातन राष्ट्र का समर्थन भी किया है। नियाज ने लिखा है कि सनातन राष्ट्र में ब्राह्मण शिक्षा और पूजा का काम करेंगे। वे राष्ट्र के मार्गदर्शक होंगे। उन्हें सनातन पति नाम दिया गया है। आईएएस नियाज खान ने सनातन पति को धर्म का केंद्र बताया है जो प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और सुप्रीम कोर्ट के सलाहकार होंगे। उन्होंने लिखा है कि संसद के कानून भी सनातन पति से सलाह करके बनाए जाएंगे। राष्ट्र में विकास शब्द पर रोक लगेगी। जीवन को प्रकृति के करीब लाया जाएगा।
आईएएस नियाज खान के उपन्यास पर नया विवाद आईएएस नियाज खान ने अपने उपन्यास में लिखा है कि लोकतंत्र गोरों की देन है, इसलिए भारत में लोकतंत्र और धर्म को मिलाकर एक धार्मिक व्यवस्था बनाई जाएगी। ब्राह्मण विशेष नागरिक होंगे। सभी ब्राह्मणों को धोती, लकड़ी की चप्पल और जनेऊ पहनना अनिवार्य होगा। उन्हें सिर पर सिख भी पहनना होगा। पेड़ काटने वालों को जेल की सजा होगी। शंकराचार्य अपने क्षेत्र के जंगल के मुखिया होंगे। नियाज खान, नियाज खान की किताब, आईएएस नियाज खान उपन्यास, कलियुग का युद्ध, ब्राह्मण महान, आईएएस नियाज खान समाचार, आईएएस नियाज खान नई किताब, आईएएस नियाज खान उपन्यास विवाद, आईएएस नियाज खान सनातन धर्म पर, आईएएस नियाज खान बॉलीवुड पर, एमपी आईएएस नियाज खान, आईएएस नियाज खान कौन हैं, एमपी समाचार, भोपाल समाचार, आईएएस नियाज खान, आईएएस नियाज खान नई किताब, आईएएस नियाज खान उपन्यास विवाद, कलियुग का युद्ध, नियाज खान कलियुग का युद्ध, नियाज खान ब्राह्मण महान, भोपाल समाचार, मध्य प्रदेश समाचार आईएएस नियाज खान ने बॉलीवुड को सनातन की राह में सबसे बड़ी बाधा बताया है।
आईएएस नियाज खान ने यह भी लिखा है कि बॉलीवुड सनातन की राह में सबसे बड़ी बाधा है। ब्राह्मण आचार्य फिल्म कलाकारों का शुद्धिकरण कर उन्हें मुख्यधारा में लाएंगे। सभी शंकराचार्यों को राष्ट्रपति का दर्जा मिलेगा। जन्मदिन, वैलेंटाइन डे और क्रिकेट पर रोक लगेगी, क्योंकि ये गोरों की देन हैं। अब कबड्डी और कुश्ती हमारे मुख्य खेल होंगे। इतना ही नहीं नियाज खान ने उपन्यास का नायक सुरेंद्र उर्फ जूनियर कौटिल्य ब्राह्मण को बनाया है, जो सनातन राष्ट्र बनाने के लिए ये सारे फैसले लेता है। इस बीच, आईएएस अधिकारी नियाज खान के उपन्यास वार अगेंस्ट कलयुग सनातन राष्ट्र पर कांग्रेस ने तंज कसा है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अमित शर्मा ने कहा है कि भाजपा खुद को शंकराचार्यों से भी ऊपर रखती है। जहां तक नियाज खान का सवाल है, उन्होंने जो उपन्यास लिखा है और उसमें सनातन के बारे में जो बातें लिखी हैं, वह उनकी बुद्धि और विवेक का मामला है।