Madhya pradesh News: मध्य प्रदेश सरकार बच्चों की शिक्षा पर करोड़ों रुपए खर्च कर योजनाएं चला रही है. सरकारी स्कूलों में सुविधाएं मुहैया कराने के बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं. लेकिन हकीकत धरातल पर उतरने पर सामने आती है. इन तमाम कोशिशों के बीच एक ऐसा वीडियो सामने आया है जो प्रदेश में शिक्षा के मंदिर को कलंकित करता है.
सतना जिले के रामपुर बाघेलान विकासखंड स्थित एक प्राथमिक विद्यालय में जिन बच्चों के हाथों में कलम होनी चाहिए थी, उनसे धान रोपने का काम कराया जा रहा है.
अधिकारियों में मचा हड़कंप गौरतलब है. शासकीय प्राथमिक शाला फिफरी के हेडमास्टर राम नरेश साकेत ने अपने गांव रामनगर में धान की रोपाई के लिए स्कूली बच्चों को बुलाया था। मजदूरों की कमी और अधिक मजदूरी से बचने के लिए उन्होंने स्कूल के ही एक 14 वर्षीय बच्चे को ठेका दे दिया और जिसके चलते उन्होंने 12 और बच्चों को खेतों में काम पर लगा दिया।
जानकारी के मुताबिक हेडमास्टर ने प्रत्येक छात्र को 150 रुपए देने का वादा किया और अपने खेत में धान की रोपाई करवा दी। इन बच्चों ने मास्टर के खेत में धान की रोपाई कर दी, जिसकी जानकारी एक ग्रामीण को लग गई। उस ग्रामीण ने इसका वीडियो बना लिया। घटना की जानकारी जब सिजहटा हायर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य यदुवंश शुक्ला तक पहुंची तो उन्होंने तत्काल हेडमास्टर राम नरेश साकेत को नोटिस जारी कर जवाब मांगा। प्राचार्य शुक्ला ने कहा कि हेडमास्टर से जवाब मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। जिले के डीपीसी विष्णु त्रिपाठी का कहना है कि यह मामला उनके संज्ञान में आया है। इसकी जांच कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।