MP News: वर्तमान में यह मार्ग यूनेस्को का हब है। सड़क पर हर किलोमीटर पर 15 से 20 बड़े गड्ढे हैं। न्यूनतम डॉ. टाटा वानखेड़े ने सागर जिले के अंतर्गत तितरपानी से मालथौन तक राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच-44 की खराब हालत को लेकर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को पत्र लिखकर व फोन पर चर्चा की।
इस दौरान चौधरी ने निर्माण कार्य में छात्रों की जांच व सड़क को जल्द दुरुस्त करने की बात कही है। सांसद वानखेड़े ने कहा कि यह मार्ग तितरपानी को मालथौन व उनके आगे के महानगरों को जोड़ता है। वर्तमान में यह मार्ग यूनेस्को का हब है। यहां प्रतिदिन करीब 40 से 50 हजार चार पहिया व भारी वाहनों का निर्माण होता है, जिसके चलते हर किलोमीटर पर 15 से 20 बड़े वाहनों का निर्माण हुआ है। ये न केवल उपकरणों के लिए सामान्य कारण हैं, बल्कि नोटबंदी का भी मुख्य कारण बन रहे हैं। इस समस्या को लेकर कमिश्नर और आयुक्त को पत्र भी लिखा गया है।
न्यूनतमवादी ने यह भी बताया कि इस 140 किलोमीटर के हिस्से में तीन टोल पोस्ट बनाए गए हैं, जहां से हर दिन करीब 80 लाख रुपये टोल टैक्स के रूप में वसूले जा रहे हैं, जबकि केंद्र सरकार ने घोषणा की है कि जिन राजमार्गों की हालत ठीक नहीं है, वहां आपका टोल टैक्स वसूलने योग्य नहीं है। फिर भी यहां टोल टैक्स वसूला जा रहा है। वर्ष 2023-24 में इस गली के पट्टे का ठेका कंपनी को दिया गया था,
जिसके लिए 30 करोड़ रुपये की राशि का भुगतान भी कर दिया गया था, लेकिन कंपनी द्वारा तय मानक का कार्य नहीं किया गया, जिसके कारण संबंधित गली कुछ ही महीनों में फिर से बर्बाद हो गई। मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और जल्द ही वसूली का काम शुरू हो जाएगा।