Gwalior News: किसान आंदोलन और किसानों पर अभद्र टिप्पणी को लेकर ग्वालियर के किसान नेताओं ने सांसद कंगना रनौत को मानहानि का नोटिस भेजा है। नोटिस में 7 दिन के अंदर माफी मांगने की मांग की गई है।
किसान आंदोलन और सांसद कंगना रनौत की किसानों पर अभद्र टिप्पणी को लेकर नई मुसीबत खड़ी हो गई है। ग्वालियर के किसान नेताओं ने कंगना को मानहानि का नोटिस भेजा है। इसमें कहा गया है कि अगर वह सात दिन के अंदर माफी नहीं मांगती हैं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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नोटिस भेजने वाले एडवोकेट विश्वजीत रतनोनिया का कहना है कि किसान आंदोलन देश की विरासत का विषय रहा है। 380 दिनों तक चले इस किसान आंदोलन में करीब 750 किसानों ने अपनी जान कुर्बान की है। इन किसानों के संघर्ष और शहादत की वजह से ही देश की सरकार को झुकना पड़ा और बिल वापस लेना पड़ा। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा क्षेत्र से निर्वाचित सांसद कंगना रनौत, जो इस सरकार का हिस्सा हैं, ने एक साक्षात्कार के दौरान किसानों को बलात्कारी और उनकी लाशें लटकाने वाले विदेशी एजेंट कहा।
किसानों और किसान संगठनों ने उनके खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया। यह स्पष्ट रूप से मानहानि है। एडवोकेट रतनिया के अनुसार इसी क्रम में ग्वालियर के किसान नेताओं और किसान संघर्ष समिति की ओर से कंगना रनौत को मानहानि का नोटिस भेजा गया है। इसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि अगर कंगना रनौत 7 दिन के अंदर माफी नहीं मांगती हैं तो उनके खिलाफ 2 करोड़ रुपये के मानहानि नोटिस सहित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।