पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने बीसीसीआई के भारतीय क्रिकेट टीम को पाकिस्तान न भेजने के फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि यह सही फैसला है। पाकिस्तान एक गरीब देश है, हम वहां जाकर क्या करेंगे? वह एक भिखारी देश है। उसने हर बार हमारे साथ विश्वासघात किया है।
प्रतिनिधि, भोपाल। बागेश्वर धाम के कथावाचक पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि हमें जातिवाद और भेदभाव को जड़ से मिटाना होगा, क्योंकि यह समाज के लिए जहर है। उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ के बयान 'अगर बांटेंगे तो कट जाएंगे' का भी समर्थन किया। उन्होंने कहा कि अगर राजनीतिक बयान की बात करें तो इस पर हमारी कोई टिप्पणी नहीं है। अगर किसी मुख्यमंत्री ने संत के तौर पर यह बात कही है तो मैं उसका स्वागत करता हूं। एक भारतीय के तौर पर हमारी टिप्पणी यही है कि हम भारतीयों को नहीं बंटना चाहिए।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री शुक्रवार को भोपाल में भाजपा विधायक संजय पाठक के आवास पर पहुंचे थे। यहां पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने यह बात कही। पंडित धीरेंद्र ने कहा कि अगर हम भारतीय आपस में बंट जाएंगे तो चीनी हमें काट देंगे, पाकिस्तानी हमें काट देंगे। विदेशी ताकतें हमें काट देंगी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने महात्मा और कट्टर हिंदू होते हुए अगर 'अगर बांटेंगे तो कट जाएंगे' का नारा दिया तो यह बहुत अच्छा है।
कुंभ स्नान में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक संबंधी अपने बयान पर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि हमने यह जरूर कहा है कि मेरे आंगन में तुम्हारा क्या काम। मक्का मदीना में हमें नहीं बुलाया जाता। तो दूसरे धर्म के लोगों को कुंभ में क्यों आने दिया जाए। त्रिवेणी, संगम, संतों का सम्मान, कथा के बारे में तुम्हें कुछ नहीं पता। खालसा क्या है, पंथ क्या है, यह तुम्हें नहीं पता। तो हमारे यहां जाकर क्या करोगे?
भारत में घुसपैठियों को शरण और सिलेंडर देने के ऐलान पर पंडित धीरेंद्र ने कहा कि गैर हिंदू लोग जिनकी हिंदू धर्म से दुश्मनी है, जिन्हें वंदे मातरम कहने में दिक्कत है, जिन्हें राष्ट्रगान गाने में दिक्कत है। जो गजवा-ए-हिंद चाहते हैं। वो लोग अपनी संख्या बढ़ा रहे हैं। वे अधिक बच्चे भी पैदा कर रहे हैं और विदेशों में रहने वाले उनके करीबी दोस्त भी बांग्लादेश के रोहिंग्याओं को बुलाकर भारतीय वोट बैंक को बढ़ाकर अपनी सत्ता स्थापित करना चाहते हैं। इस देश में बहुत प्रायोजित साजिश चल रही है। इसलिए भारत सरकार, हमें और आपको अब जागना होगा और कहना होगा कि हम विदेशी शरणार्थियों और देशद्रोहियों को देश में शरण नहीं देंगे।
बीसीसीआई के भारतीय क्रिकेट टीम को पाकिस्तान न भेजने के फैसले पर उन्होंने कहा कि यह सही फैसला है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान गरीब देश है, वहां जाकर हम क्या करेंगे? वह भिखारी देश है। उसने हर बार धोखा दिया, हर बार अपना वादा तोड़ा। कितने समझौते किए, हर समझौते को तोड़ा। कौन जानता है, वे हमारे लोगों का भी अपहरण कर लेंगे? उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता। पहले उन्हें भरोसा जीतना चाहिए, उनकी सुरक्षा में आना चाहिए। अभी वे दूसरों के बल पर जिंदा हैं, अभी वे चीन के बल पर जिंदा हैं। पहले उन्हें भारत की सुरक्षा में आना चाहिए, उसके बाद हम देखेंगे।