हिंदू धर्म में अनार के पेड़ को लक्ष्मी और विष्णु के निवास का प्रतीक माना जाता है। इसे शुभ दिशा में रखने से घर में धन, सुख और समृद्धि आती है, जबकि इसे गलत दिशा में लगाने से नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं। आइए जानते हैं अनार का पेड़ लगाते समय किन दिशाओं का ध्यान रखना चाहिए और किन दिशाओं का चयन करना चाहिए।
नईदुनिया. हिंदू धर्म में पेड़-पौधों का विशेष महत्व है, इन्हीं में से एक प्रमुख है अनार का पेड़, जिसे देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु का प्रिय माना जाता है। इसे घर में रखने से न सिर्फ सुख-समृद्धि आती है, बल्कि धन-संपत्ति भी बढ़ती है। वास्तु शास्त्र में अनार के पेड़ के लिए सही दिशा का चुनाव करना बहुत जरूरी है, नहीं तो इसके नकारात्मक परिणाम भी हो सकते हैं। रोजाना एक अनार खाने से कई फायदे होते हैं।
नईदुनिया. हिंदू धर्म में पेड़-पौधों का विशेष महत्व है, इन्हीं में से एक प्रमुख है अनार का पेड़, जिसे देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु का प्रिय माना जाता है। इसे घर में रखने से न सिर्फ सुख-समृद्धि आती है, बल्कि खूब धन-संपत्ति भी मिलती है। वास्तु शास्त्र में अनार के पेड़ की सही दिशा चुनना बहुत जरूरी है, नहीं तो इसके नकारात्मक परिणाम भी हो सकते हैं। अनारकली के कई फायदे हैं।
सही दिशा चुनें
वास्तु शास्त्र में अनार के पेड़ का उपयोग अग्नि कोण के लिए सबसे शुभ माना जाता है। अग्नि कोण यानी दक्षिण-पूर्व दिशा में इसे लगाने से धन लाभ और वंश वृद्धि होती है। इसके अलावा मुख्य द्वार की दिशा में अनार का पौधा भी शुभ माना जाता है, क्योंकि इससे घर में लक्ष्मी और समृद्धि आती है
अनार का पेड़ दक्षिण दिशा में कभी नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि यह नकारात्मक ऊर्जा को आमंत्रित करता है। इसके अलावा, घर के बीच में या उत्तर-पश्चिम दिशा में भी अनार का पेड़ नहीं लगाना चाहिए। ऐसा करने से घर में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं और पारिवारिक संबंधों में तनाव बढ़ सकता है।
अनार का पौधा अगस्त से सितंबर या फरवरी से मार्च के बीच लगाया जा सकता है। गर्म इलाकों में, बीज सितंबर से नवंबर के बीच भी लगाए जा सकते हैं। घर के गार्डन में लगाते हैं तो बड़े गमले का उपयोग करें, जिसमें नीचे छेद हो। मिट्टी में ह्यूमस, कंपोस्ट और पेड़ की खाद डालें। पौधा ऐसी जगह रखें, जहां भरपूर धूप मिले।
अनार "स्वर्ग का फल" है, जो लैब्राडोर और विटामिन से भरपूर है। यह त्वचा की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करता है, पाचन में सुधार करता है, प्रतिरक्षा बढ़ाता है और हृदय स्वास्थ्य में सुधार करता है। रक्त रक्त प्रवाह में सुधार होता है, जिससे हृदय स्वास्थ्य बेहतर होता है और स्ट्रोक या दिल के दौरे का खतरा कम होता है। यह एक संपूर्ण सुपरफूड है जो शरीर की विभिन्न प्रणालियों को लाभ पहुंचाता है।
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