कुछ महीने पहले वडोदरा राज्य के रीवा में भी ऐसा ही मामला सामने आया था। पीड़ित ने अपने पैसे वापस पाने के लिए कई बार फोन किया, लेकिन बदमाश बहाने बना रहे हैं। बदमाशों के पास कुल 10.73 लाख रुपए की संपत्ति है। शिकायत पर उसी थाने की पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
रीवा . शहरी क्षेत्र में एक महीने में दूसरी बार डिजिटल रेस्टोरेंट का मामला सामने आया है। इस बार एक कारोबारी को झांसा देकर 10.73 लाख रुपए ऐंठ लिए गए। कारोबारियों की शिकायत पर इसी थाने की पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
फर्म के नाम पर डीआरडीए-धमाका वीडियो कॉल की जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने बताया कि शहर के नेहरू नगर निवासी व्यापारी विनोद वर्मा को जालसाजों ने पहले अपनी ऑनलाइन दुकान पर बुलाया और फिर फर्जी फर्म के नाम पर 6 घंटे तक डीआरडीए-धमाका वीडियो कॉल किया। बाद में डिजिटल रिस्टोर करने वालों ने उनके पैसे ऐंठने के लिए कॉल को चालू रखा। बदमाशों ने दो बार में 10.73 लाख रुपये लूट लिए। पुलिस जांच में इसी का इस्तेमाल किया गया है।
दिल्ली में आपके खिलाफ मामला दर्ज है। पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने किपोत वर्मा को सुबह 8 बजे 10 बजे उनके मोबाइल पर कॉल करने को कहा। उन्हें बताया गया कि दो घंटे में आपकी मोबाइल सेवा बंद कर दी जाएगी। अधिक जानकारी के लिए मैं कस्टमर केयर नंबर से जुड़ा हुआ हूं
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कॉल पोस्ट करने पर दूसरी तरफ बैठे व्यक्ति ने बताया कि आपके खिलाफ दिल्ली में किरायेदारी का मामला दर्ज हुआ है। आपके आधार कार्ड से बैंक खाता खोला गया, जिसमें से 180 करोड़ रुपये का असली माल निकला।
पीड़ित ने जब पैसे मांगे तो उसे टास्क पूरा करने को कहा गया। फिर पुराने नोट वापस लेने के नाम पर जमा करवाए गए पैसे 38,800 और 4 लाख रुपए वापस करवाए। पीड़ित ने दूसरे दिन सैंपल होने की जानकारी दी।