फूलबाग चौपाटी से चेतकपुरी तक की सड़क पिछले 10 महीनों से खुदी हुई है। करीब 10 महीने से सड़क खुदी होने के कारण लोग धूल और गंदगी का सामना करने को मजबूर हैं। जहां-जहां खुदाई हुई है, वहां ठेकेदार ने बजरी छोड़ दी है। जब लोगों ने ठेकेदार से सड़क बनाने के लिए कहा तो उसने ऐसा करने से मना कर दिया। शहर की हवा को जहरीला बनाने में इस सड़क का भी बड़ा योगदान है।
ग्वालियर: फूलबाग चौपाटी से चेतकपुरी कुलदीप नर्सरी तक 2780 मीटर स्टॉर्म वाटर ड्रेन के लिए पाइप लाइन डाली जा रही है। करीब 10 महीने से सड़क खोदे जाने के कारण लोग धूल के गुबार में सांस लेने को मजबूर हैं। ठेकेदार ने जिस जगह खुदाई की थी, वहां बजरी बिछाकर छोड़ दिया है।
अब हालात यह हैं कि अगर कोई व्यक्ति बसंत विहार से सफेद कपड़े पहनकर निकलता है तो चेतकपुरी पहुंचते-पहुंचते वह गंदा हो जाता है। जब लोगों ने ठेकेदार से सड़क निर्माण के बारे में बात की तो उसने इससे हाथ झाड़ लिए। यह सड़क भी शहर की हवा को जहरीला बनाने में बड़ा योगदान दे रही है। साथ ही इस मार्ग पर ट्रैफिक जाम होना आम बात हो गई है।
इस प्रोजेक्ट के लिए एसडीआरएफ के तहत 18 करोड़ की धनराशि मिली है। यह कार्य 2023 में शुरू होकर मार्च 2025 में पूरा होना है। हालांकि काम ज्यादा बड़ा नहीं है, लेकिन कभी बारिश, कभी त्योहार तो कभी वीआईपी मूवमेंट के चलते कई बार काम रोकना पड़ा। वहीं ठेकेदार ने सीवर लाइन बिछाने के बाद जीर्णोद्धार के नाम पर बजरी और मिट्टी डालकर छोड़ भी दिया है।
ऐसे में यहां से आवागमन तो शुरू हो गया है, लेकिन धूल से लोगों का बुरा हाल है। यदि सीवर का काम पूरा होने के साथ ही सड़क निर्माण का काम भी शुरू हो जाता तो जनता धूल और मिट्टी खाने को मजबूर नहीं होती। अभी इनरव्हील तिराहा तक काम पूरा हो चुका है। यह काम मेसर्स जैन एंड राय कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया है।
स्थान:- बसंत विहार से एजी पुल रोड
यातायात भार:- 1500-2000 वाहन प्रति घंटा (दोपहर)
स्थिति:-गांव की तरह यहां डामर की सड़क की पगडंडी नजर आती है। चारों ओर गिट्टी बिछा दी गई है। इस सड़क पर वाहन गुजरने पर काफी धूल और गंदगी उड़ती है। आसपास के घरों में रहने वाले लोग भी इस धूल से परेशान हैं। लोगों को मास्क पहनकर निकलना पड़ रहा है।
स्थान:- एजी ब्रिज से चेतकपुरी मार्ग
यातायात भार:-2000-2500 वाहन प्रति घंटा (सुबह-शाम)
स्थिति:-सीवर लाइन के काम के कारण इस मार्ग पर लगातार जाम लग रहा था। अब ट्रैफिक पुलिस ने यहां डिवाइडर काटकर वैकल्पिक व्यवस्था की है। इससे समस्या थोड़ी हल हुई, लेकिन ट्रैफिक अभी भी रेंग रहा है। सुबह-शाम यहां अभी भी जाम लगता है।
स्टॉर्म वाटर ड्रेन के लिए पाइप बिछाने के साथ ही जीर्णोद्धार का काम भी किया जा रहा है। यह प्रोजेक्ट मार्च 2025 में पूरा होना है। निर्माण कार्य के दौरान कुछ दिक्कतें आ रही हैं, लेकिन हम ट्रैफिक पुलिस के साथ समन्वय बनाकर काम कर रहे हैं, इसलिए यातायात सुचारू रूप से चल रहा है। काम पूरा होते ही यहां सड़क निर्माण का काम शुरू कर दिया जाएगा, इसकी मंजूरी मिल चुकी है।
पवन सिंघल, प्रभारी पीआईयू सेल नगर निगम