पहले चरण में 2000 गायों की क्षमता वाली गौशाला का निर्माण किया जाएगा। यह गौशाला तीन चरणों में पूरी तरह बनकर तैयार होगी। गायों के आधुनिक रख-रखाव के साथ-साथ उनके उपचार के लिए सभी संसाधनों से लैस मेडिकल वार्ड का भी निर्माण किया जाएगा। साथ ही जैविक संयंत्र भी लगाया जाएगा।
भोपाल। राजधानी के हुजूर विधानसभा क्षेत्र में विदिशा रोड स्थित बरखेड़ी डोब गांव में प्रदेश की पहली अत्याधुनिक गौशाला बनेगी। शनिवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इसका भूमिपूजन करेंगे। कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर गुरुवार को विधायक रामेश्वर शर्मा ने कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह, नगर निगम कमिश्नर हरेंद्र नारायण व अन्य अधिकारियों के साथ गौशाला निर्माण स्थल का निरीक्षण किया।
इस अवसर पर विधायक शर्मा ने कहा कि प्रदेश की पहली हाईटेक गौशाला 25 एकड़ क्षेत्र में बनने जा रही है। प्रदेश भर में गौशालाओं के निर्माण के साथ ही गायों के लिए भोजन और सुविधाएं भी मुहैया कराई जा रही हैं। इस गौशाला में 10 हजार गायों के रहने की व्यवस्था होगी। 24 घंटे निगरानी के लिए सीसीटीवी भी लगाए जाएंगे। जैविक खाद बनाने का प्लांट भी लगाया जाएगा। गायों के आधुनिक रख-रखाव के साथ ही उनके उपचार के लिए सभी संसाधनों से लैस मेडिकल वार्ड का भी निर्माण कराया जाएगा।
बता दें कि ग्रामीण अभियंत्रण विभाग करीब 15 करोड़ रुपये की लागत से गौशाला का निर्माण कराएगा। नगर निगम और पशुपालन विभाग नोडल एजेंसी होंगे। इस गौशाला का वित्तपोषण स्मार्ट सिटी परियोजना और जिला पंचायत द्वारा किया जाएगा। गौशाला का संचालन नगर निगम द्वारा किया जाएगा।
इस अत्याधुनिक गौशाला का निर्माण तीन चरणों में किया जाएगा। जिसमें पहले चरण में करीब 2 हजार पशुओं की क्षमता वाली गौशाला बनाई जाएगी। इस अत्याधुनिक गौशाला में कन्वेयर बेल्ट के जरिए गायों तक भूसा, हरी घास, पशु आहार आदि पहुंचाया जाएगा।
गौशाला में गाय के गोबर और मूत्र से विभिन्न सामग्रियां तैयार की जाएंगी और जैविक खाद के उत्पादन के लिए प्लांट भी लगाया जाएगा। गौशाला में रहने वाले पशुओं और सड़कों पर घायल और बीमार होने वाले मवेशियों के इलाज के लिए मेडिकल वार्ड भी बनाया जा रहा है।
गौरतलब है कि प्रदेश की मोहन सरकार वर्तमान हिन्दू वर्ष (चैत्र माह से फाल्गुन माह तक) को गौ संरक्षण एवं गौ संवर्धन वर्ष के रूप में मना रही है। इसके तहत सरकार द्वारा गौवंश के हित में अनेक कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।