सीबीआई की टीम ने इंदौर में एक प्लास्टिक कारोबारी का जीएसटी रोकने के लिए 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते अधिकारी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। कार्रवाई से पहले सीबीआई की टीम ने अधिकारी की आवाज रिकॉर्ड की थी और एफआईआर दर्ज की गई थी।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने एक वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) अधिकारी को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। अधिकारी एक प्लास्टिक और मशीनरी कारोबारी का जीएसटी/आईटीसी ब्लॉक करने के नाम पर पैसे मांग रहा था।
छापेमारी से पहले सीबीआई ने अधिकारी की आवाज रिकॉर्ड कर एफआईआर दर्ज की। सीबीआई (भोपाल) के मुताबिक साईं शक्तिनगर (राऊ) निवासी सीताराम चौधरी ने जीएसटी अधीक्षक केपी राजन के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई थी।
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चौधरी की पत्नी भारती की उषाई इंडस्ट्री नाम से फर्म है। वह प्लास्टिक और मशीनरी से जुड़ा कारोबार करती हैं। कुछ दिन पहले विभाग ने उनकी फर्म का गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) और इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) ब्लॉक कर दिया था।
सीताराम ने इस संबंध में जब अधीक्षक केपी राजन से मुलाकात की तो उन्होंने ब्लॉक खोलने के बदले 15 हजार रुपए मांगे। केपी राजन ने टैक्स और पेनाल्टी लगाने का दबाव बनाया। सीताराम ने परिचितों के जरिए सीबीआई एसपी शुभेंद्र कट्टा (आईआरएस) से शिकायत की।
सीबीआई अफसरों ने सीताराम और केपी राजन के बीच हुई बातचीत रिकॉर्ड कराई और पीसी एक्ट 1988 की धारा 7 के तहत एफआईआर दर्ज की। टीम सादे कपड़ों में जीएसटी दफ्तर पहुंची और केपी राजन को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। कार्रवाई के बाद टीम ने उसके केबिन और घर की तलाशी भी ली।
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सीताराम चौधरी ने कुछ दिन पहले दूसरे कारोबारी से माल खरीदा था। जीएसटी न चुकाने पर उन्होंने उषाई इंडस्ट्री के खिलाफ कार्रवाई की थी। केपी राजन ने रिश्वत मांगी तो सीताराम ने वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क कर खाता अनब्लॉक करवाया, लेकिन केपी राजन पैसे मांगता रहा।
जब उसने पेनाल्टी लगाने की धमकी दी तो उसने सीबीआई से शिकायत की। गुरुवार को सीताराम पैसे लेकर जीपीओ स्थित कार्यालय पहुंचा और केपी राजन को दिए। जैसे ही केपी राजन ने पैसे कोट की जेब में रखे, टीम ने उन्हें पकड़ लिया। छापेमारी से जीएसटी कार्यालय में हड़कंप मच गया।