इस साल इज्तिमागाह में पिछले सालों के मुकाबले ज्यादा जमातियों के पहुंचने की उम्मीद है। इसे देखते हुए करीब 125 पंडालों में पांच लाख से ज्यादा जमातियों के ठहरने की व्यवस्था की गई है। इज्तिमा का समापन 2 दिसंबर को सामूहिक दुआ के साथ होगा।
राजधानी में होने वाले आलमी तब्लीगी इज्तिमा की शुरुआत शुक्रवार सुबह फज्र की नमाज के साथ हो गई। चार दिवसीय इस धार्मिक समागम का समापन सोमवार को नमाज के साथ होगा। इन चार दिनों में दिल्ली मरकज समेत देश के विभिन्न हिस्सों से उलेमाओं की तकरीरें होंगी। इज्तिमा के दौरान सादगी के साथ सैकड़ों निकाह भी होंगे। इस समागम के समापन पर बड़ी संख्या में जमातें देश-दुनिया की यात्रा पर निकलेंगी।
इस धार्मिक समागम के लिए ईंटखेड़ी स्थित घासीपुरा इज्तिमागाह पूरी तरह से तैयार हो चुका है। जमातियों के आने का सिलसिला गुरुवार से ही शुरू हो गया था, जो देर रात तक जारी रहा। शुक्रवार सुबह फज्र की नमाज के बाद होने वाली तकरीरों और बयानों में हिस्सा लेने के लिए लोग सुबह से ही इज्तिमागाह पहुंचने लगे। करीब एक लाख जमाती पहुंच चुके हैं। जमातियों के आने का सिलसिला चार दिनों तक जारी रहेगा।
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इंतेजामिया कमेटी के संयोजक डॉ. उमर हाफिज ने बताया कि गुरुवार तक मोरक्को, म्यांमार, सऊदी अरब, किर्गिस्तान, बांग्लादेश, जर्मनी, मलेशिया, उज्बेकिस्तान, सूडान, मिस्र, फ्रांस, केन्या, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, अमेरिका, यूके, इराक समेत अन्य देशों से जमाती आएंगे। इज्तेमा में हिस्सा लेने के लिए देशों का आना शुरू हो गया है.
इस साल इज्तिमागाह में पिछले सालों की तुलना में ज्यादा जमातियों के आने की उम्मीद है। इसे देखते हुए करीब 125 पंडालों में पांच लाख से ज्यादा जमातियों के ठहरने की व्यवस्था की गई है। जरूरत के हिसाब से और पंडाल लगाने की व्यवस्था की गई है।
दुनिया भर से आने वाले जमातियों के खाने की व्यवस्था के लिए यहां करीब 80 फूड जोन बनाए गए हैं। जिसमें रियायती दरों पर चाय, नाश्ता, खाना और पीने का पानी मिलेगा। दुकानों का आवंटन नो प्रॉफिट-नो लॉस के आधार पर किया गया है। इज्तिमागाह में 60 रुपये में पूरा खाना, 20 रुपये में नाश्ता और 5 रुपये में चाय मिलेगी। इसी तरह यहां 12 पानी की बोतलों का पैक 70 रुपये और एक बोतल 7 रुपये में मिलेगी।
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इज्तिमा में वाहनों को व्यवस्थित रखने के लिए करीब 65 पार्किंग जोन बनाए गए हैं। करीब 250 एकड़ में बनी इन पार्किंग में बड़े वाहन, चार पहिया और दो पहिया वाहन अलग-अलग पार्क किए जा सकेंगे। यहां लाइटिंग और जेनरेटर की भी व्यवस्था की गई है।
जमातियों के वजू के लिए इज्तिमागाह में करीब 16 हजार नल लगाए गए हैं। नहाने, वजू और शौच के लिए रोजाना करीब एक करोड़ लीटर पानी की व्यवस्था की जाएगी। नौ अलग-अलग क्षेत्रों में वजू गड्ढे बनाए गए हैं।
इज्तिमा के इंतजाम में ईंटखेड़ी क्षेत्र के स्थानीय लोगों का बड़ा योगदान रहता है। इसमें बड़ी संख्या में हिंदू धर्म से जुड़े लोग भी शामिल हैं। पानी के इंतजाम के लिए यहां लगे करीब 52 ट्यूबवेल में से करीब एक दर्जन हिंदू समुदाय के लोगों के हैं। इसमें माली समुदाय और अन्य स्थानीय किसान शामिल हैं। इसके अलावा अलग-अलग सरकारी विभागों के अधिकारी और कर्मचारी भी सेवाएं देते हैं।
आलमी तब्लीगी इज्तिमा के दौरान किसी भी मेडिकल इमरजेंसी से निपटने के लिए दो बाइक एंबुलेंस की भी व्यवस्था की गई है। कोऑर्डिनेटर डॉ. उमर हाफिज ने बताया कि इज्तिमा पंडाल से दूर खड़ी एंबुलेंस तक मरीजों को पहुंचने में दिक्कत होती है, इसलिए बाइक एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है। पिछली बार एक बाइक एंबुलेंस तैनात की गई थी। इस बार इज्तिमा स्थल पर दो बाइक एंबुलेंस तैनात रहेंगी। मोटरसाइकिल में स्ट्रेचर लगाकर इसे मॉडिफाई किया गया है। इसमें मरीज को लिटाने की सुविधा के साथ ही फर्स्ट एड बॉक्स की सुविधा भी है। इससे मरीज को एंबुलेंस या नजदीकी अस्पताल तक ले जाना आसान होगा।