- Golden Fish: मछुआरों के जाल में फंसी गोल्डन मछली, देखने के लिए उमड़ी भीड़

Golden Fish: मछुआरों के जाल में फंसी गोल्डन मछली, देखने के लिए उमड़ी भीड़

कबीरधाम जिले के सरोधा जलाशय में मछुआरों ने 65 किलो वजन की एक बड़ी मछली पकड़ी है, जो ब्लैक कार्प प्रजाति की बताई जा रही है। मछली पालन से क्षेत्र में रोजगार और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिला है। मछुआरों के इस प्रयास से जलाशय एक बार फिर चर्चा का विषय बन गया है।

जिले के सरोधा जलाशय में सोमवार को मछली पकड़ते समय मछुआरों को 65 किलो वजन की एक विशाल मछली मिली, जो लोगों के लिए कौतुहल का विषय बन गई है। मछुआरों ने सुबह सरोधा जलाशय में मछली पकड़ने के लिए जाल डाला था। अचानक जाल भारी हो गया और मछुआरे को लगा कि जाल में कोई बड़ा पत्थर या भारी वस्तु फंस गई है।

उसने जाल खींचने का प्रयास किया तो वह असफल रहा। इसके बाद अन्य मछुआरों को बुलाया गया और तीन साथियों की मदद से जाल को बाहर निकाला गया। जैसे ही मछुआरों ने उसे बाहर निकाला तो देखा कि उसमें 6 फीट लंबी और 65 किलो वजन की एक विशाल मछली फंसी हुई थी। मछली को देखकर लोग काफी उत्साहित नजर आए।

अगर आप देश और दुनिया की ताज़ा ख़बरों और विश्लेषणों से जुड़े रहना चाहते हैं, तो हमारे यूट्यूब चैनल और व्हाट्सएप  चैनल से जुड़ें। 'बेजोड़ रत्ना' आपके लिए सबसे सटीक और बेहतरीन समाचार प्रदान करता है। हमारे यूट्यूब चैनल पर सब्सक्राइब करें और व्हाट्सएप चैनल पर जुड़कर हर खबर सबसे पहले पाएं। लिंक नीचे दिए गए हैं।

विशेषज्ञ ने बताया कि यह ब्लैक कार्प प्रजाति की मछली है, जिसका शरीर फ्यूसीफॉर्म होता है। ये गहरे भूरे, भूरे या नीले-काले रंग की दिखाई देती हैं और इनके पंख गहरे रंग के होते हैं।

सरोदा जलाशय बना स्थानीय रोजगार का केंद्र

सरोदा जलाशय कबीरधाम जिले की मध्यम सिंचाई परियोजना का हिस्सा है। जलाशय का उपयोग मछली पालन के लिए किया जाता है। यह जलाशय यहां की तीन प्रमुख मछुआरा समितियों- नेताजी मछुआरा समिति, श्रीराम मछुआरा सहकारी समिति और केवट मछुआरा समिति को पट्टे पर दिया गया है। मत्स्य विभाग के अनुसार जलाशय स्थानीय लोगों के लिए रोजगार का प्रमुख केंद्र बन गया है।

अगर आप देश और दुनिया की ताज़ा ख़बरों और विश्लेषणों से जुड़े रहना चाहते हैं, तो हमारे यूट्यूब चैनल और व्हाट्सएप  चैनल से जुड़ें। 'बेजोड़ रत्ना' आपके लिए सबसे सटीक और बेहतरीन समाचार प्रदान करता है। हमारे यूट्यूब चैनल पर सब्सक्राइब करें और व्हाट्सएप चैनल पर जुड़कर हर खबर सबसे पहले पाएं। लिंक नीचे दिए गए हैं।

सरोदा जलाशय बड़ी मछलियों का अड्डा बन गया है

सरोदा जलाशय में पहले भी विशालकाय मछलियां पकड़ी जा चुकी हैं। मछुआरों का कहना है कि कुछ साल पहले यहां 80 किलो वजन की मछली पकड़ी गई थी। इस बार 65 किलो वजन की मछली पकड़ना भी बड़ी उपलब्धि है। इस विशालकाय मछली को पकड़ने में मछुआरा समिति के सदस्य हीरालाल मल्लाह, सुखदेवराम मल्लाह और राजेंद्र मल्लाह की अहम भूमिका रही।

यह भी पढ़िए- पन्ना में 4 दिसंबर से फिर लगेगी हीरा मंडी, 4 करोड़ रुपए से अधिक कीमत के 127 हीरे होंगे नीलाम

पकड़ी गई मछलियों को स्थानीय बाजार में बिक्री के लिए ले जाया जाएगा। मछुआरा समिति के सदस्यों ने कहा कि मछली पालन से न केवल उनकी आय बढ़ रही है, बल्कि यह क्षेत्र के आर्थिक विकास में भी सहायक है।

चर्चा का केंद्र बना सरोदा जलाशय

इस घटना के बाद सरोदा जलाशय फिर चर्चा का विषय बन गया है। स्थानीय लोग और मछुआरे इस उपलब्धि पर गर्व महसूस कर रहे हैं। मछुआरों की मेहनत और उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों ने इस क्षेत्र को एक नई पहचान दी है।

यह भी पढ़िए- सफलता की कहानी: काम मांगा तो दिव्यांगता का ताना मारा, अब दूसरों को दे रहे नौकरी

नेताजी मछुआरा समिति के सदस्य दीना मल्लाह ने कहा कि वर्तमान सरकार की योजनाओं ने मछुआरों को मछली पालन के क्षेत्र में प्रोत्साहित किया है। उन्होंने मछुआरों को सहयोग और सुविधाएं प्रदान करने के लिए राज्य और केंद्र सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया।

Comments About This News :

खबरें और भी हैं...!

वीडियो

देश

इंफ़ोग्राफ़िक

दुनिया

Tag