भोपाल समेत प्रदेश भर में वाहन पंजीयन में दिक्कतें आ रही हैं, क्योंकि पुराने पंजीयन में दर्ज मोबाइल नंबर अब बंद हो चुके हैं। ओटीपी न मिलने से पंजीयन नवीनीकरण और ट्रांसफर नहीं हो पा रहा है। वाहन मालिकों को मोबाइल नंबर अपडेट कराने के लिए दस्तावेजी प्रक्रिया से गुजरना पड़ रहा है।
भोपाल समेत प्रदेशभर के क्षेत्रीय और जिला परिवहन कार्यालयों में वाहन पंजीयन कार्ड बनाने की प्रक्रिया अटक रही है। इसका कारण पंजीयन के समय दर्ज फोन नंबर है। उस समय अधिकांश लोगों के पास मोबाइल फोन नहीं होते थे, इसलिए अपने कार्यालय या किसी परिचित का लैंडलाइन नंबर लिखवा दिया जाता था। कई लोगों ने अब अपने रजिस्टर्ड नंबर बंद कर दिए हैं।
बदलते वक्त के साथ इसे अपडेट करने का विकल्प नहीं रहा। अब पुराने वाहनों के पंजीयन के नवीनीकरण और ट्रांसफर के लिए जैसे ही वाहन-4 पोर्टल पर आवेदन किया जाता है, तो नंबर अपडेट नहीं होने से ओटीपी नहीं पहुंचता। इस ओटीपी के अभाव में नवीनीकरण प्रक्रिया अटक रही है। अकेले भोपाल में ही रोजाना 200 से 250 लोग परेशानी झेल रहे हैं।
अगर आप देश और दुनिया की ताज़ा ख़बरों और विश्लेषणों से जुड़े रहना चाहते हैं, तो हमारे यूट्यूब चैनल और व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें। 'बेजोड़ रत्ना' आपके लिए सबसे सटीक और बेहतरीन समाचार प्रदान करता है। हमारे यूट्यूब चैनल पर सब्सक्राइब करें और व्हाट्सएप चैनल पर जुड़कर हर खबर सबसे पहले पाएं। लिंक नीचे दिए गए हैं।
प्रदेशभर में 11 हजार से अधिक वाहन मालिक परेशान हैं। क्षेत्रीय व जिला परिवहन अधिकारियों ने वाहन मालिकों के मोबाइल नंबर अपडेट करने के लिए संपर्क पत्रों के माध्यम से वाहन मालिकों से जानकारी जुटाना शुरू कर दिया है, लेकिन इस प्रक्रिया में भी समय लग रहा है। ऑनलाइन व्यवस्था के तहत वाहन रजिस्ट्रेशन नवीनीकरण व ट्रांसफर एक सप्ताह में नहीं हो पा रहा है।
मोबाइल फोन पर ओटीपी नहीं आने से लोगों को वाहन ट्रांसफर करने में भी परेशानी आ रही है। ओटीपी नहीं आने से लोग पुराने वाहन खरीदने के बाद ट्रांसफर नहीं करा पा रहे हैं। भोपाल समेत प्रदेशभर में करीब पांच हजार वाहन मालिकों को ट्रांसफर के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वे मोबाइल अपडेट कराने के लिए आरटीओ और डीटीओ के चक्कर लगा रहे हैं।
अगर आप देश और दुनिया की ताज़ा ख़बरों और विश्लेषणों से जुड़े रहना चाहते हैं, तो हमारे यूट्यूब चैनल और व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें। 'बेजोड़ रत्ना' आपके लिए सबसे सटीक और बेहतरीन समाचार प्रदान करता है। हमारे यूट्यूब चैनल पर सब्सक्राइब करें और व्हाट्सएप चैनल पर जुड़कर हर खबर सबसे पहले पाएं। लिंक नीचे दिए गए हैं।
संत हिरदाराम नगर निवासी प्रताप ठाकुर ने एक फर्म के नाम से दोपहिया वाहन ट्रांसफर कराने के लिए कियोस्क संचालक को आवेदन किया, लेकिन मोबाइल नंबर पर ओटीपी नहीं आया। इसके चलते ऑनलाइन वाहन ट्रांसफर फिलहाल अटक गया है।
अनिल कुमार सागर नामदेव सागर निवासी को वाहन क्रमांक MP-15 MF1461 को भोपाल RTO के नाम पर ट्रांसफर करवाकर उसका रजिस्ट्रेशन करवाना है, लेकिन मोबाइल नंबर अपडेट नहीं है। इस कारण उन्हें OTP नहीं मिलने से परेशानी हो रही है।