- Amit Shah In Chhattisgarh: अमित शाह के छत्तीसगढ़ दौरे में मिली सफलता, बस्तर में 9 नक्सली गिरफ्तार... केंद्रीय गृह मंत्री कल जवानों के साथ लंच करेंगे

Amit Shah In Chhattisgarh: अमित शाह के छत्तीसगढ़ दौरे में मिली सफलता, बस्तर में 9 नक्सली गिरफ्तार... केंद्रीय गृह मंत्री कल जवानों के साथ लंच करेंगे

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में पुलिस संगठनों को उनकी विशिष्ट सेवाओं और कर्तव्य के प्रति अनुकरणीय समर्पण के लिए 'प्रेसिडेंट कलर्स' से सम्मानित किया गया। अमित शाह कल जगदलपुर में नक्सल प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे और जवानों का मनोबल बढ़ाएंगे।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ के दौरे पर हैं। इस बीच सुकमा से बड़ी खबर आई है। अमित शाह के बस्तर दौरे से ठीक पहले 9 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही विस्फोटक सामग्री भी बरामद की गई है।

जानकारी के मुताबिक, यह कार्रवाई उस वक्त की गई जब जवान सर्चिंग के लिए निकले थे। एसपी किरण चव्हाण ने इसकी पुष्टि की है।

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छत्तीसगढ़ पुलिस को राष्ट्रपति का प्रतीक चिन्ह

इस बीच, रविवार को अपने दौरे के पहले दिन अमित शाह ने रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में 'प्रेसिडेंट्स कलर्स' प्रदान किए। 'प्रेसिडेंट्स कलर्स' सशस्त्र बलों और पुलिस संगठनों को उनकी विशिष्ट सेवाओं और कर्तव्य के प्रति अनुकरणीय समर्पण के लिए दिया जाने वाला देश का सर्वोच्च सम्मान है।

हाल ही में, यह सम्मान छत्तीसगढ़ पुलिस को प्रदान किया गया है। यह सम्मान नक्सलवाद और अन्य चुनौतियों से निपटने में राज्य पुलिस के अद्वितीय प्रयासों और उपलब्धियों को मान्यता देता है।

छत्तीसगढ़ पुलिस ने अपनी स्थापना के महज 24 साल के भीतर यह सम्मान प्राप्त किया है, जिससे यह यह सम्मान पाने वाले सबसे युवा पुलिस बलों में से एक बन गया है। इस पुलिस बल का गठन वर्ष 2000 में छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के बाद किया गया था।

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इतने कम समय में ही उन्होंने नक्सलवाद जैसी जटिल चुनौतियों से निपटकर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। यह उपलब्धि छत्तीसगढ़ पुलिस की अद्वितीय समर्पण और प्रभावशाली कार्य प्रणाली का प्रमाण है।

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छत्तीसगढ़ पुलिस को यह सम्मान क्यों मिला?

नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई: राज्य लंबे समय से नक्सलवाद से प्रभावित रहा है। पुलिस ने सुदूर इलाकों में नक्सली गतिविधियों का सामना किया है और सफलतापूर्वक शांति बहाल की है। उनके अभियानों में साहस, समर्पण और सामुदायिक भागीदारी का अनूठा संगम देखने को मिला।

सामुदायिक पुलिसिंग: राज्य पुलिस ने सामुदायिक पुलिसिंग के तहत आदिवासी युवाओं के रोजगार, शिक्षा और पुनर्वास के लिए विशेष योजनाएं चलाईं। इसके जरिए पुलिस ने आम जनता और सुरक्षा बलों के बीच विश्वास कायम किया।

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आधुनिक तकनीक और विशेष बल: राज्य पुलिस ने अपराध नियंत्रण और नक्सल विरोधी अभियानों में आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया। जिला रिजर्व ग्रुप (डीआरजी) जैसे विशेष बलों ने नक्सलियों के खिलाफ महत्वपूर्ण सफलता हासिल की।

नक्सलवाद पर शाह का रोडमैप सफल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का तीन साल के भीतर नक्सलवाद को खत्म करने का संकल्प रंग ला रहा है। शाह ने जनवरी 2024 में नक्सल विरोधी अभियान के लिए जो रोडमैप तैयार किया था, उसका असर एक साल के भीतर ही दिखने लगा है।


जनवरी से अब तक 215 नक्सली मारे जा चुके हैं। 874 नक्सली गिरफ्तार हुए हैं और 787 नक्सली सरेंडर कर चुके हैं। गिरफ्तार और सरेंडर करने वाले मिलाकर डेढ़ हजार नक्सली मारे जा चुके हैं। अब बस्तर के युवा नक्सलवाद की ओर आकर्षित न हों, इसके लिए सरकार ने उन्हें हर आधुनिक सुविधा से जोड़ने की रणनीति बनाई है।

16 दिसंबर को शाह जगदलपुर में नक्सल अभियान में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देंगे और उनके परिजनों तथा नक्सल हिंसा में जान गंवाने वालों के परिजनों से भी मिलेंगे। इसके बाद वे जगदलपुर में सुरक्षा शिविर का दौरा करेंगे और विकास कार्यों का निरीक्षण करेंगे तथा जवानों के साथ दोपहर का भोजन करेंगे।

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