- नशे के कारोबार पर लगाम कसी गई है, नशीले पदार्थों के खिलाफ राज्य पुलिस द्वारा उठाए गए कदम सराहनीय- शाह

नशे के कारोबार पर लगाम कसी गई है, नशीले पदार्थों के खिलाफ राज्य पुलिस द्वारा उठाए गए कदम सराहनीय- शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रायपुर में संगठित अपराध और नशीले पदार्थों के खिलाफ सफलता हासिल करने के लिए राज्य पुलिस द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की। साथ ही उन्होंने नक्सली गतिविधियों पर लगाम लगाने का श्रेय भी पुलिस को दिया। उन्होंने कार्यक्रम में पुलिस के 24 साल के सफर पर आधारित कॉफी टेबल बुक का विमोचन भी किया।

प्रदेश में नशे के कारोबार पर लगाम कसी गई है। इस साल जनवरी से अब तक बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थ जब्त किए गए हैं। यह सब राज्य पुलिस की सतर्कता के कारण संभव हो पाया है। यह कहना है केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री अमित शाह का। रविवार को शाह ने रायपुर में कहा कि राज्य पुलिस ने संगठित अपराध और नशीले पदार्थों के खिलाफ सफलता हासिल की है।

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 एक जनवरी 2024 से 30 सितंबर 2024 तक नशीले पदार्थों के 1,100 मामले दर्ज किए गए, 21 हजार किलो गांजा, छह हजार किलो अफीम और करीब 1 लाख 95 हजार नशीले पदार्थ जब्त किए गए हैं। इन मामलों में 1,400 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पीआईटीएनडीपीएस के इस्तेमाल में भी राज्य आगे रहा है। बहादुर पुलिस कर्मियों को राष्ट्रपति का प्रतीक चिन्ह सौंपना गर्व की बात है।

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पुलिस ने कानून व्यवस्था और नक्सल मोर्चे के साथ ही कोरोना महामारी में भी बहुत अच्छा काम किया है, जिससे लोगों को राहत मिली है। सलामी के बाद गृह मंत्री ने परेड का निरीक्षण किया। महिला और पुरुष प्लाटून ने मार्च पास्ट भी किया। धर्मगुरुओं के जयघोष के बाद तिरंगे गुब्बारों और आसमान में शानदार आतिशबाजी के बीच अमित शाह ने पुलिस को राष्ट्रपति का प्रतीक चिन्ह सौंपा।

 उन्होंने कार्यक्रम में पुलिस के 24 साल के सफर पर आधारित कॉफी टेबल बुक का विमोचन भी किया। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, शहीद जवानों के परिजन समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।

जनता की सेवा के लिए तत्पर-जुनेजा

पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा ने कहा कि राज्य स्थापना के बाद से पुलिस ने हर मोर्चे पर साहस का परिचय दिया है। उन्होंने नक्सल विरोधी अभियान, पुनर्वास नीतियों और नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियानों का जिक्र करते हुए कहा कि पुलिस हमेशा जनता की सेवा के लिए तत्पर रही है।

'नियाद नेला नार' से स्वर्ग बनेगा बस्तर

बस्तरिया ओलंपिक के समापन समारोह में शामिल होने पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को नक्सलियों को कड़ा संदेश देते हुए बस्तर में शांति और विकास की दिशा में काम करने पर जोर दिया। शाह ने कहा कि नक्सलियों ने सड़क, पुल, अस्पताल और स्कूल नष्ट कर बस्तर को नर्क बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी, लेकिन छत्तीसगढ़ में डबल इंजन की सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों से लोग कहने लगे हैं कि बस्तर बदल रहा है।

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इस बदलाव में विष्णुदेव साय सरकार की बस्तर को स्वर्ग बनाने की 'नियाद नेला नार' (आपका अच्छा गांव) योजना सच साबित हो रही है। अंदरूनी इलाकों में सड़क, बिजली, पानी, संचार सुविधाएं मुहैया कराने के साथ ही 'नियाद नेला नार' में नक्सलियों द्वारा तबाह किए गए अस्पताल, स्कूल, बाजार फिर से खोले जा रहे हैं।

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सालों बाद नक्सल प्रभावित इलाके में रहने वाले लोगों को समझ में आने लगा है कि उनकी चिंता करने वाली सरकार आई है। सरकार की योजनाएं अब अंतिम व्यक्ति तक पहुंच रही हैं। आज भले ही लोग कह रहे हैं कि बस्तर बदल रहा है, लेकिन मैं वादा करता हूं कि अगली बार जब मैं वर्ष 2026 में ओलंपिक आयोजन के उद्घाटन समारोह में आऊंगा, तब तक बस्तर बदल चुका होगा।

बस्तरिया ओलंपिक शांति और सुरक्षा का मार्ग प्रशस्त करेगा

बस्तरिया ओलंपिक की तारीफ करते हुए शाह ने कहा कि यह अद्भुत दृश्य है जिसमें आत्मसमर्पित नक्सलियों की आठवीं टीम नुआ बाट बस्तर के सात जिलों की टीमों के साथ मुकाबला कर रही है। बंदूक छोड़कर मुख्यधारा में लौटे लोग खेलों के माध्यम से समाज के सभी वर्गों के साथ भागीदारी कर रहे हैं।

 बस्तरिया ओलंपिक में आए तीन हजार खिलाड़ियों के साथ प्रतियोगिता में भाग लेने वाले 1.6 लाख युवाओं को गलत रास्ते पर जाने से रोकने में बस्तरिया ओलंपिक मील का पत्थर साबित होगा। खेलों के माध्यम से बस्तर में शांति, सुरक्षा और विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। हमारी सरकार खेलों के साथ-साथ खेलों को भी बढ़ावा देने का काम करेगी, ताकि आने वाले ओलंपिक में बस्तर के खिलाड़ी देश का प्रतिनिधित्व कर सकें।

 अपराधियों को उल्टा लटकाया जा रहा है: शर्मा

 उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि पहले अपराधियों को बिरयानी खिलाई जाती थी, लेकिन अब उन्हें उल्टा लटकाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ध्वज पुलिस के साहस, सेवा और समर्पण का सशक्त प्रतीक है। यह अलंकरण न केवल पुलिस बल को गौरवान्वित करता है, बल्कि उन्हें नई ऊर्जा और उत्साह के साथ काम करने की प्रेरणा भी देगा। प्रदेश की पुलिस ने यह साबित कर दिया है कि वह दुष्टों के लिए भय और सज्जनों के लिए सम्मान का पर्याय है।

 

आदिवासी समुदाय के विकास के लिए सरकार प्रतिबद्ध

शाह ने अपने भाषण में आदिवासी समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि बस्तर कश्मीर से भी ज्यादा खूबसूरत है। सरकार यहां पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से काम कर रही है, जिससे रोजगार भी पैदा होगा। डबल इंजन की सरकार में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत छत्तीसगढ़ में 15 हजार मकान बनने जा रहे हैं, जिसमें से नौ हजार मकान बस्तर में बनेंगे।

तेंदूपत्ता से समृद्धि की नीति भी तैयार की जा रही है, ताकि आदिवासी समुदाय समृद्ध बन सके। नीति ऐसी होगी कि नक्सलवाद को बढ़ावा न मिले। आदिवासी कल्याण योजनाओं पर पिछला बजट 28 हजार करोड़ रुपए था, जिसे बढ़ाकर 33 हजार करोड़ रुपए कर दिया गया है। मोदी सरकार के दस साल में आदिवासी क्षेत्रों के विकास पर 97 हजार करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं।

बस्तर का असली चेहरा सांस्कृतिक विरासत है

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि बस्तर ओलंपिक सिर्फ खेल नहीं, बल्कि बस्तर की संस्कृति, उत्साह और प्रतिभा का उत्सव है। यह आयोजन संदेश देता है कि बस्तर का असली चेहरा उसकी सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक सुंदरता है, न कि नक्सली हिंसा। राज्य में डबल इंजन की सरकार ने नक्सलियों को परास्त किया है। 200 से अधिक नक्सली मारे गए, 900 से अधिक गिरफ्तार हुए और 812 ने आत्मसमर्पण किया।

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