15 दिसंबर को मलमास शुरू होने के साथ ही शुभ कार्यों पर रोक लग गई थी। यह रोक पूरे एक महीने तक रहेगी। मलमास के बाद पहला विवाह मुहूर्त 16 जनवरी 2025 को है। इसके बाद लगातार शुभ मुहूर्त हैं, जिनमें विवाद के साथ गृह प्रवेश, मुंडन जैसे शुभ कार्य किए जा सकेंगे।
पौष मास के साथ 15 दिसंबर से खरमास शुरू होने के कारण एक महीने के लिए शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है। इसके कारण शादी की शहनाई का शोर कुछ समय के लिए थम गया है।
खरमास खत्म होने के बाद अब मकर संक्रांति से शुभ कार्य शुरू होंगे। खरमास को मलमास भी कहा जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार खरमास का महीना तब शुरू होता है जब सूर्य देव बृहस्पति की राशि धनु या मीन में प्रवेश करते हैं।
आध्यात्मिक जागृति के लिए यह महीना सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। जनवरी के अंतिम पखवाड़े में हर दूसरे दिन विवाह का मुहूर्त है। ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया कि अब 15 जनवरी तक विवाह नहीं होंगे।
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मलमास के बाद पहला विवाह मुहूर्त 16 जनवरी को है। खरमास के बाद जनवरी से जून तक विवाह के मुहूर्त हैं। जनवरी में 16, 19, 20, 23, 24, 29 और 30 को शुभ मुहूर्त में विवाह होंगे।
फरवरी से जून तक विवाह के मुहूर्त- फरवरी में 2, 3, 6, 7, 16, 19, 20, 21, 24, 26। मार्च में 2, 3, 6, 7। अप्रैल में 16,18,20,21,23,25,30। मई माह में शुभ मुहूर्त 1, 7, 8, 9, 11, 18, 19, 22, 23, 25, 28 तथा जून माह में 1, 2, 4 एवं 6 जून हैं।
अगर आप नए घर में प्रवेश करना चाहते हैं तो इसके लिए शुभ मुहूर्त फरवरी में 3, 6, 7, 9 और 10 तारीख है। इसके अलावा मार्च में भी शुभ मुहूर्त 6, 8 और 10 तारीख है। मई में 3, 7, 8, 9 और 10 तारीख को आप गृह प्रवेश कर सकते हैं। जून में शुभ मुहूर्त 4, 5, 6 और 7 जून है।
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फरवरी: 3 और 7
मार्च: 2, 9, 10
अप्रैल: 7 और 8
मई: 2, 7, 8, 9
जून: 5 और 6 शुभ हैं।
यदि आप भूमि पूजन के बाद गृह कार्य आरंभ करना चाहते हैं, तो 8 और 15 फरवरी शुभ समय हैं। आप 10 मार्च, 16 अप्रैल, 3, 8 और 10 मई तथा 5, 6 और 7 जून को गृहारंभ आरंभ कर सकते हैं।