उज्जैन आईटीआई में मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी लैब की स्थापना की जाएगी। यह लैब डिजाइन, सीएनसी प्रोग्रामिंग, 3डी प्रिंटिंग और डिजिटल तकनीकों के माध्यम से कौशल विकास को नई दिशा देगी। यह पहल मध्य प्रदेश के युवाओं को वैश्विक मानकों पर आधारित तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करने का एक प्रयास है।
उज्जैन आईटीआई में मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी लैब स्थापित की जाएगी।मध्यप्रदेश में तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास को नई दिशा देने के लिए सीमेंस फाइनेंशियल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड और कौशल विकास संचालनालय के बीच महत्वपूर्ण अनुबंध हुआ है।
इसके तहत उज्जैन स्थित शासकीय संभागीय आईटीआई में स्थापित की जाने वाली अत्याधुनिक विनिर्माण प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला डिजाइन, सीएनसी प्रोग्रामिंग, 3डी प्रिंटिंग और डिजिटल तकनीकों के माध्यम से कौशल विकास को नई दिशा देगी। यह पहल प्रदेश के युवाओं को वैश्विक मानकों पर आधारित तकनीकी प्रशिक्षण देकर उन्हें प्रतिस्पर्धी बनाने का एक प्रयास है।
अगर आप देश और दुनिया की ताज़ा ख़बरों और विश्लेषणों से जुड़े रहना चाहते हैं, तो हमारे यूट्यूब चैनल और व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें। 'बेजोड़ रत्न' आपके लिए सबसे सटीक और बेहतरीन समाचार प्रदान करता है। हमारे यूट्यूब चैनल पर सब्सक्राइब करें और व्हाट्सएप चैनल पर जुड़कर हर खबर सबसे पहले पाएं।
youtube- https://www.youtube.com/@bejodratna646
whataapp-https://whatsapp.com/channel/0029VaAG4A190x2t7VvoGu3v
सीमेंस फाइनेंशियल सर्विसेज के सीएसआर से मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी लैब की स्थापना की जाएगी। यह लैब औद्योगिक डिजिटलीकरण और उन्नत तकनीकों का केंद्र बनेगी। इसमें छात्रों को डिजाइन और मॉडलिंग कौशल विकसित करने के लिए सीएडी तकनीक का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
लैब में एडिटिव मैन्यूफैक्चरिंग, 3डी प्रिंटिंग की अत्याधुनिक तकनीकों का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, जिससे छात्रों को उत्पाद निर्माण की नई प्रक्रियाओं से परिचित कराया जाएगा। इसके अलावा, इंडस्ट्री 4.0 के अनुरूप डिजिटल कौशल और आधुनिक तकनीकों का उपयोग करते हुए छात्रों को भविष्य के उद्योगों की जरूरतों के लिए तैयार किया जाएगा।
अगर आप देश और दुनिया की ताज़ा ख़बरों और विश्लेषणों से जुड़े रहना चाहते हैं, तो हमारे यूट्यूब चैनल और व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें। 'बेजोड़ रत्न' आपके लिए सबसे सटीक और बेहतरीन समाचार प्रदान करता है। हमारे यूट्यूब चैनल पर सब्सक्राइब करें और व्हाट्सएप चैनल पर जुड़कर हर खबर सबसे पहले पाएं।
youtube- https://www.youtube.com/@bejodratna646
whataapp-https://whatsapp.com/channel/0029VaAG4A190x2t7VvoGu3v
इंडो-जर्मन इनिशिएटिव फॉर टेक्निकल एजुकेशन (इग्नाइट) कार्यक्रम के दूसरे चरण के अंतर्गत कौशल विकास निदेशालय और सीमेंस लिमिटेड के बीच द्विपक्षीय समझौते (एमओयू) पर भी हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर कौशल विकास निदेशालय के निदेशक गिरीश शर्मा और सीमेंस लिमिटेड के धर्मवीर सिंह ने समझौते का आदान-प्रदान किया।
इग्नाइट कार्यक्रम जर्मन डुअल वीईटी (दोहरी व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण) मॉडल पर आधारित है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत प्रदेश के चार प्रमुख उद्योग क्लस्टरों - ग्वालियर/शिवपुरी, जबलपुर/कटनी, सागर/दमोह और रीवा/सतना के अंतर्गत 40 शासकीय आईटीआई का चयन किया गया है। इन संस्थानों में इलेक्ट्रीशियन, इलेक्ट्रॉनिक मैकेनिक, फिटर, टर्नर और वेल्डर जैसे 10 प्रमुख ट्रेडों के छात्रों को उद्योग आधारित इन-प्लांट प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।