संसद में सरकार द्वारा पेश किए गए नए विधेयकों की आलोचना करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बुधवार को कहा कि ऐसे विधेयक लाकर भाजपा सरकार जनता की आँखों में धूल झोंकने की कोशिश कर रही है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार (20 अगस्त, 2025) को नए विधेयकों की आलोचना की और उन्हें 'दमनकारी और अलोकतांत्रिक' बताया। इन विधेयकों में गंभीर आपराधिक आरोपों में गिरफ्तार प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्रियों को पद से हटाने का प्रावधान है।
प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि ऐसे विधेयक लाकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार जनता की आँखों में धूल झोंकने की कोशिश कर रही है। उन्होंने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, 'यह पूरी तरह से दमनकारी कदम है। यह हर चीज के खिलाफ है और इसे भ्रष्टाचार विरोधी कदम के रूप में पेश करना जनता की आँखों में धूल झोंकने जैसा है। चूँकि यह मूल रूप से सरकार को ऐसा करने की अनुमति देता है, इसलिए आपको दोषी ठहराने की भी आवश्यकता नहीं है।'
विधेयक लोकतंत्र और संविधान के विरुद्ध: प्रियंका
कांग्रेस महासचिव ने कहा, 'कल आप किसी मुख्यमंत्री के खिलाफ कोई भी मामला दर्ज कर सकते हैं और उसे बिना दोषी ठहराए 30 दिनों के लिए गिरफ्तार कर सकते हैं और फिर वह मुख्यमंत्री नहीं रहेगा।' प्रियंका गांधी ने कहा कि यह सबके सामने है। मुझे लगता है कि यह बिल्कुल गलत है। यह लोकतंत्र विरोधी और संविधान के विरुद्ध है, यह अलोकतांत्रिक है और यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
विपक्ष को अस्थिर करने की कानूनी साजिश
कांग्रेस ने मंगलवार (19 अगस्त, 2025) को आरोप लगाया कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार विभिन्न राज्यों में विपक्षी दलों की सरकारों के मुख्यमंत्रियों को पक्षपाती केंद्रीय एजेंसियों द्वारा मनमाने ढंग से गिरफ्तार करवाकर उन्हें तुरंत उनके पदों से हटाकर विपक्ष को अस्थिर करने के लिए एक कानून लाना चाहती है। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि केंद्र सरकार चुनावों में विपक्षी दलों को हराने में विफल रहने पर उनके मुख्यमंत्रियों को हटाने के लिए ऐसा कानून लाना चाहती है।