सीजेआई संजीव खन्ना 13 मई 2025 को रिटायर हो रहे हैं। उन्होंने पिछले साल नवंबर में जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के रिटायर होने के बाद पद संभाला था। उनके बाद जस्टिस गवई मई 2025 में सीजेआई बनने जा रहे हैं।
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जस्टिस बीआर गवई ने एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट के हालात पर कड़ी नाराजगी जताई है। खबर है कि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट को सबसे अनुशासनहीन जगह बताया है और इसकी तुलना हाईकोर्ट से की है। पिछले साल भी उन्होंने अनुशासन के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट पर सवाल उठाए थे। खास बात यह है कि जस्टिस गवई मई 2025 में सीजेआई यानी चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया बनने जा रहे हैं।
जस्टिस गवई ने हाईकोर्ट की तारीफ की है। साथ ही सुप्रीम कोर्ट में होने वाले शोर-शराबे पर भी बात की। लाइव लॉ के मुताबिक उन्होंने कहा, 'मैं बॉम्बे, नागपुर और औरंगाबाद बेंच में जज रहा हूं, लेकिन मैंने सुप्रीम कोर्ट जैसी अनुशासनहीनता कहीं नहीं देखी। यहां हम देख सकते हैं कि एक तरफ 6 वकील बैठे हैं, दूसरी तरफ 6 वकील बैठे हैं और एक साथ चिल्ला रहे हैं। हाईकोर्ट में ऐसा कभी नहीं देखा।'
जस्टिस गवई ने पिछले साल सितंबर में भी इसी तरह की टिप्पणी की थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने उन वकीलों पर नाराजगी जताई थी जो लगातार बहस में बाधा डाल रहे थे। उन्होंने कहा था, 'हम जैसे लोगों के लिए, जो हाईकोर्ट से आते हैं, यह (सुप्रीम कोर्ट) सबसे अनुशासनहीन कोर्ट है। कोई भी कहीं से भी बोल सकता है। यहां बहुत अनुशासनहीनता है।'
जस्टिस गवई ने पिछले साल सितंबर में भी इसी तरह की टिप्पणी की थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने उन वकीलों पर नाराजगी जताई थी जो लगातार बहस में बाधा डाल रहे थे। उन्होंने कहा था, 'हम जैसे लोगों के लिए, जो हाईकोर्ट से आते हैं, यह (सुप्रीम कोर्ट) सबसे अनुशासनहीन कोर्ट है। कोई भी कहीं से भी बोल सकता है।
दूसरे दलित CJI बनेंगे मौजूदा CJI संजीव खन्ना 13 मई 2025 को रिटायर हो रहे हैं। उन्होंने पिछले साल नवंबर में जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के रिटायर होने के बाद पदभार संभाला था। उनके बाद जस्टिस गवई मई 2025 में CJI बनने जा रहे हैं। खास बात यह है कि वे देश के दूसरे CJI हो सकते हैं, जो अनुसूचित जाति वर्ग से आते हैं। सुप्रीम कोर्ट को जस्टिस केजी बालकृष्ण के रूप में पहला दलित CJI मिला था। वे 11 मई 2010 को रिटायर हुए थे।