प्रयागराज महाकुंभ में किन्नर अखाड़े ने बड़ी कार्रवाई की है। किन्नर अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास ने ममता कुलकर्णी और लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को महामंडलेश्वर पद से हटा दिया है। बताया जा रहा है कि सिर मुंडवाकर न रखने पर कार्रवाई की गई है।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ के बीच अभिनेत्री ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े में महामंडलेश्वर बनाया गया था। इसके बाद इसका काफी विरोध हुआ और किन्नर अखाड़े में बड़ी कलह शुरू हो गई। अब ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर पद से हटा दिया गया है।
किन्नर अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास ने ममता कुलकर्णी को अखाड़े से निष्कासित कर दिया है। उन्होंने आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को भी किन्नर अखाड़े से निष्कासित कर दिया है। क्योंकि उन्होंने देशद्रोह की आरोपी ममता कुलकर्णी को अखाड़े में शामिल किया था।
ऋषि अजय दास ने कहा, अब अखाड़े का नए सिरे से पुनर्गठन किया जाएगा और जल्द ही नए आचार्य महामंडलेश्वर के नाम की घोषणा की जाएगी। आपको बता दें कि पिछले शुक्रवार यानी 24 जनवरी को किन्नर अखाड़े में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच ममता कुलकर्णी का महामंडलेश्वर पद पर अभिषेक किया गया था। अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी की पहल पर ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाया गया।
इसके बाद संत समाज का एक धड़ा नाराज हो गया। कई संतों ने ममता के महामंडलेश्वर बनने पर आपत्ति जताई है। बाबा रामदेव ने यहां तक कह दिया कि सभी को महामंडलेश्वर बनाया जा रहा है। किन्नर अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास ने भी इसे गलत बताते हुए कहा कि आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी अखाड़े में मनमानी कर रहे हैं।