- ब्रायन लारा का चौंकाने वाला खुलासा, डेब्यू टेस्ट में बाथरूम में बिताए थे 5 दिन, क्या सर विवियन रिचर्ड्स ने किया था अपमान?

ब्रायन लारा का चौंकाने वाला खुलासा, डेब्यू टेस्ट में बाथरूम में बिताए थे 5 दिन, क्या सर विवियन रिचर्ड्स ने किया था अपमान?

ब्रायन लारा ने अपने डेब्यू टेस्ट मैच का एक चौंकाने वाला किस्सा सुनाया है। उन्होंने बताया कि कैसे सर विवियन रिचर्ड्स से पहली मुलाकात के दौरान उनका बैग ड्रेसिंग रूम से बाहर फेंक दिया गया था।
वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान और क्रिकेट इतिहास के सबसे बड़े दिग्गजों में से एक, ब्रायन लारा ने हाल ही में अपने डेब्यू टेस्ट मैच से जुड़ा एक ऐसा किस्सा सुनाया, जिसने क्रिकेट प्रशंसकों को चौंका दिया है। 'पोर्ट ऑफ स्पेन के राजकुमार' कहे जाने वाले लारा ने बताया कि जब उन्होंने पहली बार सर विवियन रिचर्ड्स के साथ टीम साझा की थी, तो शुरुआत किसी सपने जैसी नहीं, बल्कि एक डरावनी कहानी जैसी थी।

बैग फेंककर स्वागत!

ब्रायन लारा ने 'स्टिक टू क्रिकेट' नामक पॉडकास्ट पर बताया कि जब त्रिनिदाद में अपने पहले टेस्ट मैच के लिए वेस्टइंडीज टीम में उनका चयन हुआ, तो वे सुबह 8 बजे अभ्यास के लिए पहुँच गए, जबकि टीम की रिपोर्टिंग के लिए पत्र में सुबह 9 बजे लिखा था। जब विवियन रिचर्ड्स, गॉर्डन ग्रीनिज, डेसमंड हेन्स, मैल्कम मार्शल जैसे सभी दिग्गज खिलाड़ी ड्रेसिंग रूम पहुँचे, तो लारा ने भी उनसे मिलने की हिम्मत जुटाई क्योंकि वे सभी खिलाड़ी उनके लिए किसी हीरो से कम नहीं थे।

लेकिन जैसे ही लारा ड्रेसिंग रूम पहुँचे, उनका क्रिकेट बैग ड्रेसिंग रूम से उड़कर बाहर आ गया और उनका सारा सामान बिखर गया। लारा ने बैग वापस समेटा और चुपचाप अंदर जाकर बाथरूम के पास बैठ गए।

5 दिन... सिर्फ़ बाथरूम में

लारा ने कहा, "जहाँ मैं अपना बैग रखता था, सर विवियन रिचर्ड्स भी वहीं अपना बैग रखते थे। शायद उन्हें मेरा अपनी जगह पर बैग रखना पसंद नहीं था। इसके बाद, मैंने अपने करियर के शुरुआती 5 दिन ड्रेसिंग रूम के बाथरूम में बिताए।"

यह सुनकर हर क्रिकेट प्रशंसक हैरान हो सकता है, लेकिन इससे पता चलता है कि ड्रेसिंग रूम में नए खिलाड़ियों पर कितना दबाव होता था, खासकर जब टीम दिग्गजों से भरी हो।

बचपन में, वह रात भर जागकर कमेंट्री सुनते थे।

लारा ने इस बातचीत में अपने बचपन का एक और खूबसूरत किस्सा साझा किया। उन्होंने बताया कि 1975-76 के ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान वह और उनके भाई रेडियो पर कमेंट्री सुनने के लिए पूरी रात जागते थे। उन्होंने कहा, "हमारे घर में तीन बेडरूम थे। मेरे पिता हमें केवल पहले सत्र के लिए ही कमेंट्री सुनने की अनुमति देते थे। उसके बाद स्कूल था, इसलिए सोना ज़रूरी था।"

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