- 'सिख गुरुओं ने अपना बलिदान देकर सनातन की रक्षा की', गोरखपुर में एक कार्यक्रम में बोले सीएम योगी आदित्यनाथ

'सिख गुरुओं ने अपना बलिदान देकर सनातन की रक्षा की', गोरखपुर में एक कार्यक्रम में बोले सीएम योगी आदित्यनाथ

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में सीएम योगी आदित्यनाथ पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब के 421वें प्रकाश पर्व पर आयोजित समागम में शामिल हुए। इस दौरान सीएम ने संगत में हिस्सा लिया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इतिहास में वही जातियां और समुदाय जीवित रहते हैं, जो अपने पूर्वजों के शौर्य, पराक्रम और बलिदान को अपने जीवन का हिस्सा बनाते हैं। सिख गुरुओं ने सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। उनका शौर्य, त्याग और बलिदान आज भी देश की आत्मा में जीवित है।

सीएम योगी रविवार को गोरखपुर के पैडलेगंज स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने पर्यटन विकास कार्यों, गुरुद्वारा भवन के नए स्वरूप और मूलभूत सुविधाओं के विस्तार कार्यों का लोकार्पण किया। पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब के 421वें प्रकाश पर्व पर आयोजित समागम में मुख्यमंत्री ने गुरुवाणी सुनी और संगत में शामिल हुए। गुरुद्वारा कमेटी की ओर से उन्हें प्रतीक चिह्न, तलवार भेंट कर और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।

सिख गुरुओं की परंपरा अद्वितीय और अटूट रही है: सीएम योगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिख गुरुओं की परंपरा अद्वितीय और अटूट रही है। गुरु नानक देव जी से लेकर गुरु गोविंद सिंह जी महाराज तक, प्रत्येक गुरु ने सनातन धर्म और राष्ट्र की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया। उन्होंने कहा कि जब भी भारतीय संस्कृति संकट में आई, सिख गुरुओं ने आगे आकर अपने बलिदान से इसकी रक्षा की।

सीएम योगी ने गुरु तेग बहादुर जी की शहादत को विशेष रूप से याद किया। उन्होंने कहा कि उनके बलिदान के 350वें वर्ष में देश भर में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। हाल ही में, इस आयोजन की शुरुआत मुख्यमंत्री आवास से नगर कीर्तन और कीर्तन पाठ के माध्यम से हुई। इसी प्रकार, गुरु नानक देव जी महाराज के 550वें प्रकाश पर्व पर, मुख्यमंत्री आवास पर पहली बार गुरुवाणी का आयोजन किया गया।

'चार साहिबजादों का बलिदान भारतीय इतिहास का गौरवशाली अध्याय'

सीएम योगी ने गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के चार साहिबजादों, बाबा अजीत सिंह, बाबा जुझार सिंह, बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह के बलिदान को याद किया। उन्होंने कहा कि उनका बलिदान भारतीय इतिहास का एक गौरवशाली अध्याय है।

उन्होंने कहा कि जब उन्हें लालच दिया गया कि इस्लाम स्वीकार करने से जीवन और राज्य दोनों सुरक्षित रहेंगे, तो उन्होंने झुकने के बजाय बलिदान का मार्ग चुना। छोटे साहिबज़ादों को दीवार में चुनवाकर शहीद कर दिया गया, लेकिन उन्होंने अपने धर्म और राष्ट्र की रक्षा के लिए दृढ़ निष्ठा दिखाई।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बलिदान आज हम सभी को प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 26 दिसंबर को पूरे देश में 'वीर बल दिवस' के रूप में मनाया जा रहा है। यह सिख गुरुओं और साहिबज़ादों के बलिदान को श्रद्धांजलि देने का एक ऐतिहासिक निर्णय है।

गुरुद्वारों में सुविधाओं का विस्तार

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पैडलेगंज का यह गुरुद्वारा वर्षों से सिख संगत की आस्था का केंद्र रहा है। पहले यहाँ सुविधाओं का अभाव था, लेकिन अब पर्यटन विभाग और सरकार के सहयोग से इसे आधुनिक रूप दिया गया है।

अब यहाँ श्रद्धालुओं के लिए बेहतर सुविधाओं के साथ गुरुवाणी पाठ, लंगर और अन्य धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जा सकेंगे। उन्होंने कहा कि गुरुद्वारा किसी जाति या समुदाय तक सीमित नहीं है। यहाँ आने वाले प्रत्येक व्यक्ति का स्वागत है। यही सिख परंपरा और गुरुवाणी का वास्तविक संदेश है।

सीएम योगी ने सिख परंपरा के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की

सीएम योगी ने कहा कि गोरखपुर के तीन प्रमुख गुरुद्वारों, जटाशंकर, मोहद्दीपुर और पैडलेगंज को बेहतर स्वरूप देने का काम किया गया है। यह सिख गुरु परंपरा के प्रति हमारी कृतज्ञता और श्रद्धा का प्रतीक है। सीएम योगी ने कहा कि आज का दिन हमारे लिए इसलिए भी पवित्र है क्योंकि 421 वर्ष पूर्व इसी दिन गुरु ग्रंथ साहिब जी की स्थापना हरमंदिर साहिब में हुई थी और उन्हें गुरु के रूप में स्वीकार किया गया था।

यह परंपरा आज भी पूरे विश्व में आस्था और श्रद्धा का केंद्र है। उन्होंने कहा कि सिख गुरुओं ने अपने जीवन का प्रत्येक क्षण देश, धर्म और मानवता के कल्याण के लिए समर्पित कर दिया। आज हमारा दायित्व है कि हम उनकी शिक्षाओं और बलिदान के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करें और राष्ट्र एवं धर्म की रक्षा के लिए पूरी निष्ठा से कार्य करें।

सीएम योगी ने गोरखपुर में सिख समुदाय के योगदान की सराहना की

गोरखपुर में सिख समुदाय की भूमिका को रेखांकित करते हुए, सीएम ने कहा कि यह आयोजन पूर्वी उत्तर प्रदेश के सिख समुदाय को एकजुट करने का एक अवसर है। लखनऊ में अपने नियमित गुरुपर्व कार्यक्रमों का उल्लेख करते हुए, उन्होंने कहा कि गोरखपुर में ऐसे आयोजन में शामिल होना उनके लिए विशेष सौभाग्य की बात है।

उन्होंने कहा कि गुरु परंपरा ने देश और सनातन धर्म के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया, उनकी प्रेरणा से हमें देश और धर्म के लिए पूरी ईमानदारी से काम करना है। इस दौरान सांसद रवि किशन शुक्ला, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह, विधायक विपिन सिंह, महेंद्रपाल सिंह, डॉ. विमलेश पासवान, प्रदीप शुक्ला, कालीबाड़ी के महंत रवींद्र दास, राज्य अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य परविंदर सिंह आदि मौजूद रहे।

Comments About This News :

खबरें और भी हैं...!

वीडियो

देश

इंफ़ोग्राफ़िक

दुनिया

Tag