पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा की तबीयत बिगड़ गई है। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल ने उनके स्वास्थ्य पर एक अपडेट भी जारी किया है।
पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा की तबीयत बिगड़ गई है। संक्रमण के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अस्पताल का बयान
मणिपाल अस्पताल ने एक बुलेटिन में कहा, "पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा को संक्रमण के कारण ओल्ड एयरपोर्ट रोड स्थित मणिपाल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनका वर्तमान में चिकित्सा प्रबंधन चल रहा है और चिकित्सा विशेषज्ञों की एक टीम उनकी प्रगति पर नज़र रख रही है।"
वे भारत के प्रधानमंत्री कब बने?
हरदनहल्ली दोड्डेगौड़ा देवेगौड़ा 1 जून 1996 से 21 अप्रैल 1997 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। उन्होंने 1994 से 1996 तक कर्नाटक के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में भी कार्य किया। वे वर्तमान में जनता दल (सेक्युलर) पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं।
गौरतलब है कि एचडी देवेगौड़ा 92 वर्ष के हैं। उनका जन्म 18 मई, 1933 को हुआ था। इस उम्र में उनके बिगड़ते स्वास्थ्य ने उनके समर्थकों को चिंतित कर दिया है।
प्रधानमंत्री के रूप में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ
प्रधानमंत्री के रूप में, देवेगौड़ा ने आर्थिक सुधारों को आगे बढ़ाया, विशेष रूप से ग्रामीण विकास और बुनियादी ढाँचे पर ध्यान केंद्रित किया, और एक स्वप्निल बजट (1996-97) पेश किया, जिसमें किसानों और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए कई योजनाएँ शामिल थीं। वे जनता दल (सेक्युलर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने रहे और कर्नाटक की राजनीति में सक्रिय रहे। उनके पुत्र, एचडी कुमारस्वामी, भी कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री हैं। देवेगौड़ा अपनी सादगी, किसानों के हितों के प्रति समर्पण और क्षेत्रीय राजनीति की गहरी समझ के लिए जाने जाते हैं।
देवेगौड़ा संयुक्त मोर्चा गठबंधन के नेता के रूप में प्रधानमंत्री बने, जिसमें कई क्षेत्रीय दलों और वामपंथी दलों का समर्थन शामिल था। उनकी सरकार को कांग्रेस पार्टी से बाहरी समर्थन प्राप्त था। हालाँकि उनका कार्यकाल छोटा था, लेकिन यह कई महत्वपूर्ण नीतियों और निर्णयों के लिए जाना जाता है। मुख्यमंत्री (1994-1996) के रूप में, उन्होंने कर्नाटक में सिंचाई परियोजनाओं और ग्रामीण विकास पर ध्यान केंद्रित किया। उनकी नीतियों ने बेंगलुरु को भारत के आईटी केंद्र के रूप में विकसित करने में भी योगदान दिया।