कांग्रेस सांसद तनुज पुनिया ने लखनऊ में एक दलित बुज़ुर्ग के साथ हुई दुर्व्यवहार की घटना पर कड़ी नाराज़गी जताई और कहा कि इस घटना के आरोपियों ने दबाव में आकर ऐसा किया।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के एक मंदिर परिसर में एक दलित बुज़ुर्ग के साथ हुई दुर्व्यवहार की घटना के बाद, कांग्रेस सांसद तनुज पुनिया ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि आरोपी आरएसएस से जुड़ा है और उसे यह कृत्य करने के लिए मजबूर किया गया क्योंकि लोग उससे डरते थे। आरोपी पर कानून के अनुसार मुकदमा चलाया जाना चाहिए।
कांग्रेस सांसद तनुज पुनिया ने कहा कि परिवार ने अपने डर का स्पष्ट रूप से ज़िक्र किया है। उन्होंने कहा कि आरोपी का व्यवहार दबाव में था क्योंकि वह एक स्थानीय आरएसएस पदाधिकारी है और यहाँ उसका डर है।
कांग्रेस सांसद का आरोप
कुछ लोगों ने बताया कि उसका (आरोपी का) पूरे इलाके में खौफ है। वह मनमानी करता है, लोगों के साथ मारपीट करता है और अपनी मर्ज़ी से यहाँ के सार्वजनिक मंदिर में ताला लगा देता है। वे जो चाहे करते हैं और कोई भी उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता क्योंकि वे सरकार और सत्ता में बैठे लोगों से जुड़े हुए हैं।
तनुज पुनिया ने कहा कि यह साफ़ है कि वे अपने प्रभाव का इस्तेमाल अपनी मर्ज़ी से करते हैं और जिस तरह से एक दलित परिवार के साथ यह घटना घटी, वह उनकी ओछी मानसिकता को दर्शाता है। उनकी मानसिकता बहुत ही घटिया है।
"हम सरकार को दखलंदाज़ी नहीं करने देंगे।"
परिवार का कहना है कि पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एफ़आईआर दर्ज कर ली है, लेकिन बीमारी के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। पुलिस से पूछताछ की जाएगी कि उन्हें निजी अस्पताल में क्यों भर्ती कराया गया। इस घटना को अंजाम देने वाले बचने नहीं चाहिए। क़ानून के तहत सख़्त से सख़्त कार्रवाई होनी चाहिए। हम सरकार को इस मामले में दखलंदाज़ी नहीं करने देंगे।
गौरतलब है कि सोमवार को काकोरी स्थित शीतला माता मंदिर में एक बुज़ुर्ग दलित व्यक्ति बीमार पड़ गया और उसने मंदिर परिसर में पेशाब कर दिया। जिसके बाद वहाँ से गुज़र रहे एक दबंग व्यक्ति स्वामी कांत ने उसके साथ बदसलूकी की और उसे पेशाब चाटने पर मजबूर किया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ़्तार कर लिया है। उसे गिरफ़्तार कर लिया गया है, लेकिन उसकी तबियत ठीक न होने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया है।