भोपाल । एम्स के ओरल मैक्सिलो फेशियल सर्जन डॉक्टर अंशुल राय की रिसर्च में बताया गया है, की मुहं का कम खुलना और मुंह के कैंसर के सबसे ज्यादा मरीज युवा होते हैं। 9 से 10 साल की आयु में जो लोग तंबाकू, गुटखा और सुपारी का सेवन शुरू कर देते हैं। ऐसे 10 से 12 मरीजों में यह कैंसर का कारण बनता है। पहले मुंह कम खुलने की समस्या आती है। उसके बाद कैंसर की बीमारी शुरू हो जाती है। रिसर्च में बताया गया है, कि 15 से 28 साल के 60 फ़ीसदी युवा मुंह के कैंसर से पीड़ित पाए गए हैं।भोपाल में 7156 कैंसर के मरीज हैं। इसमें पुरुषों की संख्या 3567 और महिलाओं की संख्या 3589 है। महिलाओं में भी कैंसर की बीमारी बढ़ रही है।
डॉ राय का कहना है, कि तंबाकू एवं गुटके की लत एक दम नहीं छूटती है। कोई दिन में 10 बार तंबाकू या गुटखा खाता है,तो वह प्रतिदिन उसकी संख्या को घटाने का प्रयास करे। जब वह तंबाकू और गुटखा ना खाए,तब अजवाइन के साथ काला नमक ओर काली मिर्च के पाउडर का सेवन करेगा,तो इससे गुटके की आदत छूट सकती है।भोपाल में 50 करोड रुपए से ज्यादा का गुटके और तंबाकू का कारोबार होता है। युवाओं में कैंसर के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। समय रहते इसको नियंत्रित नहीं किया गया, तो आगे चलकर मुंह का कैंसर भी जानलेवा साबित हो सकता है।