ग्वालियर (! युवा विवेकानन्द के आर्दाो को अपने जीवन में उतारे जिससे राष्ट्र निर्माण हो सके। यह युवा संगठित होकर यदि कार्य करते हैं तो विकास की राह आसान हो जायेगी। नरेन्द्र विवेकानन्द स्वामी एकाग्रचित्त होकर कार्यक्रम करते थे विव में भारत युवाओं का देा माना जाता है। इन युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत स्वामी विवेकानन्द जी रहे हैं जिनके जन्म दिवस 12 जनवरी से 19 जनवरी तक युवा सप्ताह के रूप में मनाया जाता है स्वामी जी के उद्बोधन से युवा उनसे प्रेरणा लेकर भारत के भविष्य को परिवर्तित कर सकते हैं। राष्ट्रीय सेवा योजना माधव महाविद्यालय द्वारा युवा सप्ताह के अवसर पर युवाओं को प्रेरित करने का कार्य रा.से.यो. स्वयंसेवकों द्वारा किया गया। स्वामी विवेकानन्द के जन्म शताब्दी कार्यक्रम में स्वामी जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर प्रारंभ किया गया। स्वामी विवेकानन्द ने भी चुनिन्दा युवकों के द्वारा राष्ट्र व समाज को बदलने का संकल्प लिया था क्योंकि युवा ही देा की शक्ति है यह बात डॉ. अवस्थी ने कही। युवा सप्ताह के
कार्यक्रम में जिला संगठक डॉ. मनोज अवस्थी प्राचार्य डॉ. संजय रस्तोगी वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ. संजय कुमार पाण्डेय राष्ट्रीय सेवा योजना माधव महाविद्यालय एवं डॉ. विकास शुक्ला कार्यक्रम अधिकारी उपस्थित थे। प्रातः सूर्य नमस्कार के साथ युवा सप्ताह की ाुरूवात की गई। सूर्य नमस्कार डॉ. दिनेा सिंह कुावाह ने कराया।डॉ. अवस्थी ने बताया कि विवेकानन्द जी 39 वर्ष अल्पायू में ऐसा कीर्तिमान स्थापित कर गये जिससे पूरा विव मानता है। भारतवर्ष युवाओं का देा माना जाता है। यह युवा यदि संगठित होकर कार्य करें तो देा का भविष्य परिवर्तित कर सकते हैं। कार्यक्रम का संचालन डॉ. संजय कुमार पाण्डेय व आभार डॉ. विकास शुक्ला ने किया।
डॉ. रस्तोगी ने उद्बोधन में कहा कि स्वामी विवेकानंद युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत हैं उन्होंने अपने युवा काल में ही ािकागो में ओझस्वी भाषण देकर देा एवं विदेा के विचारकों को मंत्रमुग्ध कर दिया था। स्वामी विवेकानंद के विचार आज भी देा व विदेा के युवाओं के प्रेरणप्रद हैं उन्होंने युवाओं को देा का मुख्य कर्णधार बताया है। इस कार्यक्रम में डॉ. राजेा मिश्रा, डॉ. राकेा करहेरिया, स्वयं सेवक आाुतोा पालिवाल, रितिक घोरपड़े, हेमन्त अग्रवाल, नकुल ार्मा, भूमिका गुप्ता, रौनक द्विवेदी, मोहित राजावत, राजीव दोहरे, रोहन अरोरा, करन रजक, ािवम गुर्जर, साहिल राजपूत आदि लोग उपस्थित थे।