नैनीताल। हल्द्वानी हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक को लेकर आज भी पुलिस के हाथ खाली है। पुलिस न तो उसे गिरफ्तार कर पाई है और न ही उसकी संपत्तियों का ठीक से पता लगा पाई है। केवल तीन संपत्तियों तक ही पुलिस की जानकारी सिमटकर रहे गई है। जबकि बताया ये जा रहा है कि मलिक संपत्ति बहुत है जिसका आकलन जांच एजेंसियां नहीं कर पा रहीं हैं। इसके अलावा राजस्व विभाग मलिक की संपत्ति का पता करने के साथ रिकार्ड भी तलाश रहा है। बताया जा रहा है कि इसमें उसका घर और बरेली रोड स्थित शैक्षणिक संस्थान नजूल की भूमि पर है। कमलुवागांजा रोड पर भूमिधरी की भूमि पर शैक्षणिक संस्थान है, जो ट्रस्ट के नाम पर है। यह ट्रस्ट भी दिल्ली में पंजीकृत होने की बात कही जा रही है। हल्द्वानी में अभी तक सीधे तौर पर उसके नाम भूमिधरी वाली भूमि या संपत्ति का पता नहीं चला है। तहसीलदार सचिन कुमार का कहना है कि इस संबंध में कार्रवाई को लेकर अमीन से कहा गया है। पुलिस, प्रशासन बनभूलपुरा हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रहा है। पर अभी तक उसे सलाखों के पीछे करने में सरकारी मशीनरी सफल नहीं हो सकी है। नगर निगम की करोड़ों की वसूली के लिए अभी तक तीन संपत्तियों का ही पता चला है, इसमें दो नजूल की हैं और एक भूमिधरी की है। भूमिधरी की यह संपत्ति ट्रस्ट के अधीन है। अभी तक मलिक के नाम भूमिधरी की सीधी भूमि होने का पता नहीं लग सका है। बताया जा रहा है कि उसकी संपत्ति की तलाश नैनीताल तहसील के अलावा अन्य तहसील में भी हो रही है। एसडीएम परितोष वर्मा का कहना है कि अभी मलिक की संपत्ति का विवरण एकत्र किया जा रहा है। नगर निगम ने तहसील में ढाई करोड़ से अधिक की वसूली की आरसी भेजी है। इसमें अधिकारी प्रक्रिया शुरू होने की बात कह रहे हैं। दो दिन हो गए, इस संबंध में तहसील प्रशासन ने क्या कदम उठाया, यह सवाल बना हुआ है। बता दें कि आठ फरवरी को बनभूलपुरा के मलिक के बगीचा में अतिक्रमण हटाने गई टीम पर उपद्रवियों ने हमला कर दिया था। इसमें सैकड़ों कर्मी घायल हुए थे। इसके अलावा नगर निगम की संपत्ति को भी नुकसान हुआ था। बाद में नगर निगम ने ढाई करोड़ से अधिक की राशि की भरपाई के लिए अब्दुल मलिक को नोटिस भेजा। यह राशि जमा न होने के बाद तहसील के माध्यम से आरसी की वसूली की कार्रवाई की जा रही है।