जयपुर राजस्थान के साथ आज देशभर की सभी लोकसभा सीटों पर वोटों गिनती हो रही है। वोटों की गिनती सुबह 8 बजे से शुरू हो गई है। और दोपहर तक यह साफ हो जाएगा कि देश में अगले पांच साल किसकी सरकार रहेगी। पहले बैलेट पेपर के मत गिने जा रहे हैं और फिर ईवीएम के वोटों की गिनती शुरु की गई। इस गिनती में कहीं कांग्रेस भाजपा से आगे निकली तो कहीं कहीं पीछे रह गई।
राजस्थान में लोकसभा की 25 सीटें हैं- गंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझुनू, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर, अलवर, भरतपुर, करोली-धौलपुर, दौसा, टोंक-सवाई माधोपुर, अजमेर, नागौर, पाली, जोधपुर, बाडमेर, जालोर, उदयपुर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, भीलवाड़ा, कोटा, झालावाड़-बारां। राजस्थान में दो चरणों में 19 और 26 अप्रैल को वोटिंग हुई थी। राजस्थान की 25 लोकसभा सीट पर कुल 62.10 प्रतिशत मतदान हुआ जो 2019 के आम चुनाव की तुलना में लगभग सवा चार प्रतिशत कम है।
जयपुर ग्रामीण में कांग्रेस के अनिल चोपड़ा 18202 वोट से आगे चल रहे हैं। भरतपुर में संजना जाटव को 10 हजार से अधिक वोटों की बढ़त हासिल है। करौली-धौलपुर में भजन लाल जाटव आगे चल 11 हजार से अधिक वोट से आगे निकले। दौसा में मुरारी लाल मीणा 30 हजार से अधिक वोट से आगे। बाड़मेर से कांग्रेस के उम्मेद राम बेनीवाल आगे। गंगानगर में कांग्रेस के कुलदीप इंदोरा 3634 वोट से आगे चल रहे हैं। चुरू में राहुल कंस्वा 7354 वोट से बढ़त बनाए हुए हैं। झुंझुनूं में बृजेंद्र सिंह ओला को 8322 वोटों की बढ़त हासिल है।
राजस्थान को लेकर आए तमाम एग्जिट पोल्स में अनुमान लगाया गया है कि भारतीय जनता पार्टी को 2019 और 2014 लोकसभा चुनाव के मुकाबले कुछ नुकसान उठाना पड़ सकता है। एग्जिट पोल्स ने भविष्यवाणी की कि भाजपा लगातार तीसरी बार 25-0 का चमत्कार नहीं कर पाएगी। पिछले साल सरकार गंवा चुकी कांग्रेस कुछ सीटों पर पर कब्जा जमा सकती है। इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक भाजपा को 16-19 सीटें मिल सकती हैं तो कांग्रेस को 5-7 सीटें और अन्य को 1-2 सीट मिलने की उम्मीद है। राजस्थान में भाजपा ने एक तरफ जहां कई मौजूदा सांसदों और केंद्रीय मंत्रियों को मौका दिया तो कुछ सीटों पर नए चेहरों पर भी दांव लगाया। कांग्रेस पार्टी ने भी कई सीटों पर मजबूत और जातिगत समीकरण के मुताबिक उम्मीदवार उतारकर भाजपा की मुश्किलें बढ़ाने की भरसक कोशिश की।